विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने धूमधाम से मनाया 101वाँ स्थापना दिवस

अल्मोड़ा। विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान का 101वाँ स्थापना दिवस संस्थान के हवालबाग स्थित सभागार में धूम-धाम से मनाया गया। बृहस्पतिवार को स्थापना दिवस कार्यक्रम में अल्मोड़ा स्थित कुंदन हाउस के पूजागृह में पूजा अर्चना की गई। तत्पश्चात अल्मोड़ा एवं हवालबाग में स्थित स्वामी विवेकानन्द की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। तदोपरान्त विशिष्ट अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा हवालबाग परिसर में लगाए गए स्टॉल का भ्रमण किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो रमेश चन्द, सदस्य नीति आयोग (दर्जा प्राप्त केन्द्रीय राज्य मंत्री), भारत सरकार ने इस अवसर पर चतुर्थ पदम भूषण प्रो बोशी सेन स्मारक व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि संस्थान की स्थापना जिस उद्देश्य के साथ पद्मभूषण प्रो बोशी सेन द्वारा की गई थी, संस्थान उस उद्देश्य को तत्परता से पूर्ण कर रहा है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डाॅ देवेन्द्र कुमार यादव सहायक महानिदेशक (बीज), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने संस्थान के 101वें स्थापना दिवस पर सभी को बधाई एवं शुभकामना देते हुए संस्थान की किस्मों, लघु यंत्रों के विकास, रोग एवं कीट प्रबन्धन तकनीकों एवं तकनीकियों के प्रसार में हुई अभूतपूर्व प्रगति पर हर्ष व्यक्त किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष रामकृष्ण कुटीर अल्मोड़ा के अध्यक्ष स्वामी ध्रुवेशानन्द ने प्रो बोशी सेन का स्मरण करते हुए उनके द्वारा स्थापित संस्थान के 100 वर्षीय प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा संस्थान की उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की। विशिष्ट अतिथि प्रो सुनील नौटियाल, निदेशक जीबी पंत संस्थान, कोसी कटारमल ने संस्थान एवं संस्थान के कार्मिकों द्वारा एक वर्ष के भीतर विकसित की गई तकनीकों हेतु बधाई दी। संस्थान के निदेशक डॉ लक्ष्मी कान्त ने संस्थान द्वारा विगत वर्ष में किए गए क्रिया-कलापों अवगत कराया। साथ ही उन्होंने विगत वर्ष के दौरान संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों की प्रस्तुति दी। इस दौरान संस्थान की हिन्दी पत्रिका ‘हरीतिमा’, कम्पेंन्डियम ‘अल्मोड़ा डिक्लेरेशन’, धान जननद्रव्य पर आधारित ‘ई-बुक’ तथा विभिन्न फसलों की वैज्ञानिक खेती, कृषि यंत्रों एवं अन्य विषय पर आधारित 17 प्रसार प्रपत्रों का विमोचन तथा संस्थान द्वारा विकसित प्रजातियों वीएल मधुरिमा तथा वीएल मंडुवा 408 लोकार्पण किया गया। संस्थान में कार्यरत तकनीकी अधिकारी वरूण सुप्याल, वरिष्ठ तकनीशियन अजित बिष्ट, तकनीकी सहायक ओमकार प्रताप एवं कनिष्ठ लिपिक आनन्द सिंह को उनके उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया। राजभाषा प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत रेनू सनवाल, आनन्द सिंह, अभिनव सिंह, मनोज कुमार, सुन्दर राम तथा देवेन्द्र सिंह कार्की को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर संस्थान की नवीन प्रजातियों को विकसित करने हेतु सम्बन्धित टीम को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। समारोह के दौरान प्रगतिशील कृषकों को भी सम्मानित किया गया। साथ ही संस्थान के 100 वर्ष पूरे होने के फलस्वरूप प्रत्येक कार्मिक को विशिष्ट अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर संस्थान के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। स्थापना दिवस कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डॉ आशीष कुमार सिंह एवं डाॅ संथिया द्वारा किया गया तथा धन्यवाद प्रस्ताव प्रभागाध्यक्ष, फसल सुधार विभाग डाॅ निर्मल कुमार हिडाऊ द्वारा ज्ञापित किया गया।