ऋषिकेश। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने माना है कि चमोली में करंट लगने से 16 लोगों की मौत और 11 लोगों के झुलसने की भयानक घटना का कारण लापरवाही रहा है। उनका कहना है कि कोई कमी जरूर थी, वरना इतना बड़ा हादसा नहीं होता। बोले, हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिए हैं। सप्ताहभर में जांच के बाद दोषियों का पता लगने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत एम्स में चमोली हादसे के घायलों का हाल जानने पहुंचे थे। वह हेलीकॉप्टर से चमोली से सीधे एम्स पहुंचे। यहां उन्होंने करीब 20 मिनट तक घायलों और तीमारदारों से बातचीत की। उन्हें सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। चिकित्सकों से भी घायलों की स्थिति का फीडबैक लिया। बताया कि फिलहाल यह कहने की हालत में हैं कि घायल खतरे से बाहर हैं।
मंत्री ने कहा कि गोपेश्वर से यहां लाने का मकसद घायलों को आला दर्जे की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है। इससे उन्हें यहां हादसे से उबरने का भी मौका मिलेगा। बताया कि हादसे को लेकर न सिर्फ राज्य, बल्कि केंद्र सरकार भी गंभीर है। प्रधानमंत्री ने भी मृतकों और घायलों को मदद दी है। बताया कि सभी घायलों का इलाज मुफ्त किया जाएगा। इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से ही देहरादून के लिए रवाना हो गए।