प्लॉट बेचने के नाम पर 15 लाख की ठगी में बिल्डरों पर केस

हरिद्वार। भूमि खरीदे बिना ही आवासीय कालोनी में भूखंड बेचने के नाम पर दिल्ली की एक महिला से पंद्रह लाख की रकम ठग ली गई। पीड़िता ने दिल्ली के ही ऑक्टागॉन बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स के दो सगे भाइयों के खिलाफ बहादराबाद थाने में धोखाधड़ी समेत प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
दिल्ली के पुराना राजेंद्र नगर निवासी निवेदिता शर्मा पत्नी दीनदयाल शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने अप्रैल 2013 में मैसर्स ऑक्टागॉन बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड से हरिद्वार में आवासीय कालोनी में भूखंड खरीदने के लिए संपर्क साधा था। आरोप है कि उस वक्त आमजन को भ्रम में डालने के लिए अखिल भारतीय आवासीय योजना का नाम दिया गया था, जिससे आमजन से रकम हड़पी जा सके। आरोप है कि उसने तब 150 वर्ग गज का प्लाट बुक कराते हुए पांच हजार की रकम दी थी। कंपनी के कर्मचारियों ने उसकी मुलाकात कंपनी निदेशक कुलदीप नन्द्राजोग से कराई थी, जिसके बाद आवासीय कॉलोनी में भूखंड आवंटित कर देने की बात कही गई थी। वर्ष 2015 को एक लिखित एनओसी मिलने के बाद उसने पंद्रह लाख से अधिक की रकम अदा कर दी थी, जिसके बाद जल्द ही बैनामा करा देने का भरोसा दिलाया गया था। आरोप है कि कंपनी के निदेशक ने उसके भूखंड का एरिया बढ़ाकर 165 वर्ग गज कर दिया था, जिसकी राशि भी उसने अदा कर दी थी। वर्ष 2017 में भूखंड का बैनामा होने का दावा किया गया था लेकिन उसके बाद कई दफा संपर्क साधने पर उसके हक में बैनामा नहीं हुआ। वर्ष 2018 में कंपनी के नोएडा कार्यालय पहुंचने पर अहसास हुआ कि कंपनी निदेशक कुलदीप नन्द्राजोग और उसके भाई सतपाल नन्द्राजोग ने कई अमाजन से इसी तरह धोखाधड़ी कर रकम हड़प ली है। हरिद्वार पहुंचकर पड़ताल करने पर पता चला चला कि उक्त आवासीय कालोनी के लिए भूमि भी नहीं खरीदी गई थी।
निरीक्षक रविंद्र शाह ने बताया कि इस संबंध में कंपनी के निदेशक भाईयों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।