विकासनगर(आरएनएस)। ब्लॉक में गौरा घाटी के बैनाउडे मेला स्थान पर आयोजित पौंडेश्वर देवता के मेले में उपरली अठगांव और आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं ने देवता के दर्शन कर सुख समृद्धि की कामना की। मेले में शामिल लोगों ने देव हारुल पर नृत्य कर मेले का आनंद लिया। चकराता ब्लॉक के सीढ़ी गांव में पौंडेश्वर देवता का मंदिर है। सदर स्याणा विजयपाल सिंह चौहान ने बताया कि स्थानीय परंपरा के अनुसार हर साल आषाढ़ पूर्णिमा को देवता की पालकी को मंदिर से बाहर निकालकर देव स्रोत पर स्नान कराया जाता है। इसके बाद अगले दिन पालकी को गौरा घाटी स्थित मैदान में ले जाकर श्रद्धालुओं को देवता के दर्शन कराए जाते हैं। लेकिन इस वर्ष शुभ मुहर्त के अनुसार देव पूजा के एक दिन बाद रविवार को यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। शुक्रवार को देव पालकी को सीढ़ी स्थित देवता के मंदिर से निकाल स्नान कराया गया था। इसके बाद महाराज की पालकी को मंदिर में विराजमान करा दिया गया। रविवार को दोबारा देव पालकी को मंदिर से बाहर निकाल गौरा घाटी स्थित बैनाउडे मेला स्थान पर लाया गया। यहां उपरली अठगांव के बिजनू, चुनोटी, बिजनाड़, चण्डियारा, बिरपा, सीडी, बड़कोटी, पोखरी, पुनाह, धारकोट, कांडीधार आदि गांवों के श्रद्धालुओं ने देवता के दर्शन कर मेले का लुत्फ उठाया। मेले में शामिल आसपास के क्षेत्र के महिला, पुरुषों ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन के साथ देव हारुल पर नृत्य किया। इस दौरान प्रधान पोखरी जगत सिंह, सुभाष जोशी, सरदार सिंह, विरेंद्र, कुंवर सिंह, जगत सिंह चौहान, जयपाल सिंह, जवाहर सिंह, किशन, शूरवीर सिंह आदि सैकड़ों महिला, पुरुष और बच्चे मौजूद रहे।