मांगें पूरी नहीं हुई तो चिकित्सक करेंगे कार्य बहिष्कार

अल्मोड़ा। नौ सूत्रीय मांगों के समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर डॉक्टरों में आक्रोश व्याप्त है। शनिवार को भी जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने काला फीता बांधकर ही मरीजों का इलाज किया। शनिवार को भी प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के आह्वान पर जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने सांकेतिक विरोध किया। कहा कि मेडिकल कॉलेजों में दुर्गम क्षेत्रों में तैनात विशेषज्ञ डॉक्टरों को 50 फीसदी प्रोत्साहन राशि दी जाती है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों को इसका लाभ नहीं दिया जा रहा है। एसएसीपी का लाभ ढाई साल से अधिक समय तक लटकाया गया है। डॉक्टरों एसडीएसीपी का लाभ देने, लंबित डीपीसी पर तत्काल आदेश जारी करने, पर्वतीय क्षेत्रों में तैनात विशेषज्ञ डॉक्टरों को 50 फीसदी प्रोत्साहन राशि देने, डॉक्टरों व नर्सों को बिना शर्त मासिक वाहन भत्ता देने, सुगम किए गए क्षेत्रों को फिर से दुर्गम करने, दंत चिकित्सकों को रिक्त पदों के सापेक्ष समायोजन, पीजी करने जा रहे डॉक्टरों को पूरा वेतन, डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए समुचित उपाय करने आदि की मांग की। अन्यथा चार अक्तूबर से पूर्ण कार्यबहिष्कार की चेतावनी दी। यहां प्रदर्शन में डॉ. मनीष पंत, डॉ. जीवन मपवाल, डॉ. अरविंद पांगती, डॉ. प्रेरणा, डॉ. हरीश आर्या, डॉ. धीरज राज, डॉ. अमित सुकोटी, डॉ. अविनाश, डॉ. नमन लोहनी आदि रहे।