अल्मोड़ा। नगर के समीप की ग्राम सभा स्यालीधार निवासी देवेन्द्र सिंह जीना बीती 14 अगस्त से घर नहीं पहुंचे हैं। लगातार खोजबीन करने के बाद भी उनका पता नहीं चल रहा है। ज्ञात हो कि सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी देवेन्द्र सिंह जीना बीती 14 अगस्त की सुबह घूमने निकले थे जिनको आखिरी बार इलेक्शन वेयरहाउस के पास देखा गया था और तबसे वह गुमशुदा हैं। उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उनके पुत्र पवन जीना द्वारा अल्मोड़ा कोतवाली में दर्ज़ कराई गई है। गुरुवार को एक शिष्टमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इस सम्बन्ध में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में अनुरोध किया है कि डॉग स्क्वॉड और ड्रोन की मदद से उनका पता लगाया जाए। शिष्टमंडल को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है और उन्होंने कहा कि एसओजी व एनडीआरएफ की टीम को ढूंढ खोज में लगाया जाएगा। वहीं क्षेत्र में तेंदुवे के आतंक को देखते हुए वन विभाग की टीम द्वारा देवेन्द्र सिंह जीना की खोजबीन को इंद्रा मर्तोलिया के नेतृत्व में स्यालीधार और आसपास के जंगलों में सर्च अभियान चलाया गया। ज्ञापन देने वालों में हरीश कनवाल पूर्व प्रधान, पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रकाश बिष्ट, मोहन सिंह कनवाल, प्रधान सरसों नवीन बिष्ट, हरीश रावत, प्रधान बरशिमी किशन सिंह, हेम भंडारी, मदन बिष्ट, अर्जुन बिष्ट, विपिन बिष्ट, राजेंद्र बिष्ट, महेंद्र रावत, हितेश नेगी, लाल सिंह लटवाल आदि लोग उपस्थित रहे।