ऋषिकेश। जी-20 के 18वें शिखर सम्मेलन के लिए मई और जून में उत्तराखंड पहुंचने वाले राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों के लिए शासन ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। शहरी विकास सचिव और प्रभारी सचिव मुख्यमंत्री ने मुनिकीरेती क्षेत्र में बैठक कर अधिकारियों को इंतजामों के बाबत आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। कहा कि दुनियाभर में प्रदेश की ब्रांडिंग का यह बड़ा मौका है। लिहाजा, हर इंतजाम को बेहतर रखा जाए। अधिकारियों को आयोजन स्थल और रूट के सौंदर्यीकरण के लिए इंटरनेशनल लेवल के ब्यूटीफिकेशन एक्सपर्ट डिजाइनर हायर करने के निर्देश भी दिए हैं।
मुनिकीरेती स्थित नगरपालिका सभागार में शुक्रवार को शहरी विकास सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी और प्रभारी सचिव मुख्यमंत्री श्याम नारायण पांडेय ने अधिकारियों की बैठक ली। शहरी विकास सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि आयोजन स्थल के साथ ही रूट पर साफ-सफाई से लेकर ब्यूटीफिकेशन और अतिक्रमण को हटाने का काम किया जाना है। गंगा घाटों और पार्कों का सौंदर्यीकरण भी इसमें शामिल है। उन्होंने एमडीडीए और टिहरी व पौड़ी के जिला विकास प्राधिकरण को सौंदर्यीकरण कार्यों के लिए स्टीमेट तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए। गंगाघाटों का सौंदर्यीकरण उन्होंने नमामि गंगे के जरिए कराने की बात कही। बताया कि सभी इंतजामों को 30 अप्रैल तक हर हाल में पूरा किया जाना है। दो टूक कहा कि अतिक्रमण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक के बाद उन्होंने तपोवन, मुनिकीरेती और स्वर्गाश्रम में कार्यक्रम के संभावित स्थलों का निरीक्षण भी किया। मौके पर एडीएम टिहरी रामजी शरण शर्मा, सहायक निदेशक शहरी विकास विनोद कुमार, संयुक्त निदेशक राजीव पांडेय, स्टेट मिशन मैनेजर रवि बिष्ट, अधीक्षण अभियंता रवि पांडेय, एमडीडीए सचिव मोहन सिंह बर्निया, पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी, नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल, अधिशासी अधिकारी तनवीर मारवाह, मंजू चौहान आदि मौजूद थे।