देहरादून(आरएनएस)। दून अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के वार्ड में डॉक्टर एवं नर्सिंग शिक्षक में विवाद हो गया। नर्सिंग शिक्षक ने अभद्रता का आरोप लगा प्राचार्य, एमएस, डीएमएस एवं एचओडी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। नर्सिंग कॉलेज के नर्सिंग ट्यूटर ने शिकायत में कहा कि वह नर्सिंग छात्रों को क्लीनिकल प्रशिक्षण दे रहे थे। एक डॉक्टर ने उनसे एवं छात्र-छात्राओं से अभद्रता की। विरोध पर उन्हें गेट आउट बोल दिया। कहा कि इससे मानसिक आघात पहुंचा है और पढ़ाई का कार्य प्रभावित हुआ है। उधर, डॉक्टर का कहना है कि नर्सिंग ट्यूटर को छात्रों की भीड़ को डॉक्टर रूम में जमा करने को मना किया गया, ऑपरेशन के मरीजों को तैयार कर रहे थे, इससे संक्रमण का खतरा था। उन्हें डेमो रूम, वार्ड या ओपीडी में जाने को कहा। आरोप है कि इस पर उनसे अभद्रता की गई। डीएमएस डॉ. धनंजय डोभाल ने बताया कि एमएस डॉ. अनुराग अग्रवाल ने एचओडी डॉ. शांति पांडेय को दोनों पक्षों से बात कर जांच रिपोर्ट देने को निर्देशित किया है। उधर, नर्सिंग शिक्षक ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. गीता जैन, नर्सिंग कॉलेज प्राचार्य मनीषा ध्यानी, नर्सेज एसो. की प्रदेश अध्यक्ष भारती जुयाल से भी शिकायत की। नर्सिंग एसो. अध्यक्ष भारती जुयाल ने कहा कि नर्सिंग शिक्षक, छात्र-छात्राओं एवं नर्सिंग अधिकारियों का शोषण, उनसे अभद्रता बर्दाश्त नहीं होगी। अधिकारियों से इस संबंध में वार्ता की है। उन्होंने इस पूरे मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कई समस्याएं बताकर कुछ मांगे रखी गई है। प्रबंधन को 48 घंटे का समय दिया है, नहीं तो आंदोलन की रणनीति तैयार होगी।
विवाद का हल कराने में जुटे अफसर
अफसरों ने इस मामले को संजीदगी से लिया है। सूत्रों ने बताया कि इस मामले को लेकर अफसर टेंशन में है। अस्पताल के अफसर नहीं चाहते कि नई प्राचार्य के आते ही कोई बड़ा बवाल हो। क्योंकि नेत्र रोग विभाग पहले से ही बाहर की दवा, इंप्लांट मंगाने, फैकल्टी में ज्यादा गुटबाजी, पीजी डॉक्टरों में विवाद को लेकर सुर्खियों में रहा है। इसीलिए डॉक्टर एवं नर्सिंग शिक्षक दोनों से वार्ता कर रहे हैं। ताकि दोनों में सुलह हो सके और जो समस्याएं आ रही है। उनका हल हो सके।