रुद्रप्रयाग। बारिश के चलते जनपद में 22 ब्रांच सड़कें बंद हो गई हैं। जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे करीब 50 से अधिक गांवों की अनेक कस्बों में आने-जाने की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वाहनों के न चलने से कई लोगों को मीलों पैदल चलना पड़ रहा है। विशेष रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं के लिए मुश्किलें बढ़ गई है। जनपद में हो रही बारिश के चलते गांव-गांव में पहुंचने के मार्ग बंद हो रहे हैं। भूस्खलन, मलबा और बोल्डर आने के कारण जनपद की 22 सड़कें बंद है। प्रशासन ने लोनिवि, पीएमजीएसवाई को सड़क खोलने के लिए निर्देशित किया है जिसके बाद बंद सड़कों को खोलने का काम जारी है। बंद सड़कों में 7 सड़कें लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग, 5 सड़कें लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ, 7 सड़कें पीएमजीएसवाई रुद्रप्रयाग, 3 सड़कें पीएमजीएसवाई जखोली तथा की राज्य मोटर मार्ग की 1 सड़क शामिल है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि जो सड़क मार्ग भारी बारिश के कारण अवरुद्ध हैं उनमें नगरासू-डांडाखाल-धनपुर मोटर मार्ग किमी 1 में मार्ग का 20 मीटर भाग पूर्णतया वॉस आउट हो गया है, जिससे मार्ग यातायात के लिए पूर्ण बंद है। 20 अगस्त तक मार्ग के खुलने की उम्मीद है। वहीं छेनागाड़ बक्सीर मोटर मार्ग में दीवार क्षतिग्रस्त एवं भू-धंसाव व मार्ग वास आउट होने से यातायात ठप है। इस सड़क की भी 22 अगस्त तक खुलने की उम्मीद है। गैंठाणा-सिरवाड़ी मोटर मार्ग के किमी 4 में मलवा बोल्डर आने से मार्ग यातायात बंद है। जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है। खिर्सू-खेड़ाखाल कांडई खांकरा राज्य मोटर मार्ग संख्या 50 किमी 20 में मलवा बोल्डर आने से मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया है, मार्ग खोलने की कार्रवाई जारी है। उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग-चोपड़ा-दशज्यूला उडामांडा मोटर मार्ग के किमी 18 में मलवा बोल्डर आने से मार्ग यातायात बंद है। बांसवाड़ा-बष्टी बसुकेदार मोटर मार्ग यातायात भी बंद है। एक सप्ताह में उक्त मार्ग खोल दिए जाएंगे। बच्छणस्यूं क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप मलासी, नरेंद्र ममगाईं, बष्टी निवासी वयोवृद्ध बचन सिंह, जखोली निवासी ललिता प्रसाद भट्ट आदि ने कहा कि ब्रांच सड़कें ग्रामीणों की रीढ़ है। इनके बंद होने से लोगों को मीलों पैदल चलना पड़ रहा है। जबकि इमरजेंसी में एम्बुलेंस तक गांव नहीं पहुंच पा रही है। उन्होंने कहा कि बंद सड़कों को अतिरिक्त मशीनें लगाकर शीघ्र खोलने की कार्रवाई करनी चाहिए ताकि लोगों की मुश्किलें कम हो सके।