अल्मोड़ा में आप कार्यकर्ताओं का दिन-रात का धरना पांचवे दिन भी जारी

अल्मोड़ा को कुमाऊं मंडल में रखे जाने के समर्थन में आप कार्यकर्ताओं ने चितई में शुरू किया हस्ताक्षर अभियान

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा को कुमाऊँ मंडल से हटाकर गैरसैंण कमिश्नरी में  जोड़ने के सरकार के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरने के पांचवे दिन लोगों का समर्थन लगातार अमित जोशी को मिल रहा है। इस दौरान हजारों की संख्या में अल्मोड़ा वासियों ने सिग्नेचर और पोस्टकार्ड के माध्यम से आम आदमी पार्टी के इस अभियान का समर्थन किया है। आज पांचवें दिन शहर के कई गणमान्य लोगों ने एवं महिलाओं और छात्रों ने धरना स्थल पर बैठकर आम आदमी पार्टी की इस मुहिम को अपना समर्थन दिया कार्यकर्ताओं ने और जनता ने जोरदार नारेबाजी कर अल्मोड़ा को कुमाऊं में ही रखे जाने की जाने की मांग की। आपको बता दें, आप उपाध्यक्ष आप कार्यकर्ताओं के साथ अल्मोड़ा को गैरसैंण कमिश्नरी से हटाने के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं, जहां वो दिन रात धरना स्थल पर ही बैठ कर अपनी मांगों को मनवाने  की मांग कर रहे हैं। आप उपाध्यक्ष की मांग है कि सरकार अपने गैरसैंण कमिश्नरी से अल्मोड़ा को हटाकर यहां की जनभावनाओं का सम्मान करे। धरने पर बैठे आप उपाध्यक्ष अमित जोशी ने कहा ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कुमाऊं और अल्मोड़ा के जनभावनाओं का सम्मान करते हुए इस फैसले को वापिस न लिया जाय।

आप पार्टी के धरने के साथ ही आम आदमी पार्टी की चितई इकाई ने अनिश्चितकालीन हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया है। आप कार्यकर्ता सौरभ पांडे के नेतृत्व में चितई में कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की। धरना स्थल पर आप प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी के साथ जिला उपाध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट, एन एल साह, जगनमोहन फर्त्याल, अखिलेश टम्टा, रोहित सिंह, दानिश कुरेशी, दिनेश कुमार, एस आर बेग, सुधीर कुमार, प्रकाश कांडपाल, अजय टम्टा, अभय टम्टा, अंशुल राना, आशीष जोशी, संजय पांडे, संगठन मंत्री मनोज गुप्ता, नवीन चन्द्र आर्य, पंकज जोशी, आदि कार्यकर्ता तथा चितई में हस्ताक्षर अभियान में सौरभ पांडे के अलावा राजू सिराड़ी, सूरज रौतेला, कमल कुमार, हिमांशु बोरा, आशीष रावत, रोहित कुमार, चंद्रशेखर आर्या, प्रदीप कुमार, सुमित बिष्ट, जितेंद्र सिंह, नंदन सिराडी, मदन सिराड़ी, सोनू सिराड़ी, तारा सिराड़ी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।