नई टिहरी(आरएनएस)। पर्यटक स्थल आगराखाल में 10 से 20 दिसम्बर के बीच में इस वर्ष का आगराखाल थौल आयोजित किया जाएगा। थौल में साहसिक और कृषि आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही जलवायु परिवर्तन की समस्याओं पर चर्चा की गई। युवा पीढ़ी को हिमालयी क्षेत्र की जानकारी देने के लिए गत वर्ष से यह आयोजन शुरू किया गया था। इस बार दूसरा आगराखाल थौल की तैयारियों और प्रशासन स्तर पर सहयोग के लिए आयोजक मंडल के सदस्य व उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कंडारी, मैती आंदोलन के प्रणेता व पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, साहसिक पर्यटन के एक्सपर्ट सिद्धार्थ थपलियाल, राम सिंह खत्री ने सोमवार को डीएम मयूर दीक्षित से मुलाकात की। जिसे लेकर जानकारी देते हुए कहा कि आगामी 10 से 20 दिसम्बर के बीच आगराखाल के पास पर्यटक स्थल कसमोली में आगराखाल थौल कराया जाएगा। पांच दिवसीय इस महोत्सव में तीन दिनों तक स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम और दो दिन एमटीबी बाइक रैली, वर्ड वाचिंग, साहसिक पर्यटन गोष्ठी, परिचर्चा कराई जाएगी। बताया कि मसूरी के बाद आगराखाल से ही सबसे साफ विंटर लाइन दिखाई देती है। कसमोली प्राकृतिक रूप से समृद्ध है। यहां पर बुग्याल के अलावा उंची पहाड़ियां और जंगल बरबस की पर्यटकों को अपनी ओर खींच लाता है। गत वर्ष इस महोत्सव की शुरुआत की गई थी। जो पूरी तरह सफल रहा। कहा कि यह महज नाच-गाने का साधन नहीं बल्कि सहासिक, कृषि आधारित पर्यटन, महिला स्वयं सहायता समूहों के प्रोडक्ट को बढ़ावा देने का भी माध्यम है। इस मामले में उन्होंने जिला प्रशासन से सहयोग मांगा है। जिस पर डीएम मयूर दीक्षित ने जिला पर्यटन अधिकारी एसएस राणा को जरूरी निर्देश दिए हैं।