अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के अंतर्गत मानसखंड विज्ञान केंद्र स्यालीधार अल्मोड़ा में ग्रीष्मकालीन शिविर का शुभारम्भ बुधवार को हुआ। मानसखंड विज्ञान केंद्र अल्मोड़ा ने वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा देने के लिए ग्रीष्मकालीन शिविर शुरू किया है। बुधवार को यूकॉस्ट के तत्वावधान में अल्मोड़ा के मानसखंड विज्ञान केंद्र में पहले ग्रीष्मकालीन शिविर की शुरुआत की गई। ग्रीष्मकालीन शिविर का उद्घाटन ऑनलाइन माध्यम से यूकॉस्ट के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत द्वारा किया गया। अपने संबोधन में डॉ. पंत ने युवाओं में वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने में ऐसे शिविरों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया और एक प्रगतिशील समाज को आकार देने में उनके महत्व पर जोर दिया। उन्होंने मानसखंड विज्ञान केंद्र द्वारा की गई पहल की सराहना करते हुए इसे कुमाऊं क्षेत्र में वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा देने की दिशा में एक अग्रणी कदम माना। मानसखंड विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी और प्रभारी डॉ नवीन चंद्र जोशी ने इस पहल का नेतृत्व करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने ग्रीष्मकालीन शिविर को केंद्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया और युवा पीढ़ी के बीच वैज्ञानिक सोच की संस्कृति को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका पर जोर दिया। डॉ. जोशी ने अभिभावकों से हार्दिक अपील करते हुए उनसे समृद्ध अनुभवों और अवसरों का हवाला देते हुए अपने बच्चों को विज्ञान शिविरों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। शिविर में केंद्र के प्रदीप तिवारी, शिवम पंत, भास्कर देवरी, तम्मना बोरा, मनीष पालीवाल, संजय कनवाल तथा पारस कुमार ने सक्रिय सहयोग दिया।