देहरादून। वंदे भारत एक्सप्रेस के आगे शताब्दी एक्सप्रेस फीकी पड़ने लगी है। यात्री शताब्दी के बजाय वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इस ट्रेन में जून मध्य तक की सभी सीटें पैक हो चुकी हैं। जबकि शताब्दी में छह जून के बाद सीटें खाली चल रही हैं। देहरादून-दिल्ली के बीच 29 मई से वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं। बुधवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलने वाली इस ट्रेन में सफर के लिए यात्रियों में खूब उत्साह दिखा रहे हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस देहरादून से सुबह सात बजे चलती हैं, जो पूर्वाह्न 11 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली पहुंचती है। शताब्दी की अपेक्षा यह ट्रेन एक घंटे 10 मिनट पहले दिल्ली पहुंचती है। जबकि शताब्दी शाम चार बजकर 55 मिनट पर दून से चलती है और रात दस बजकर 50 मिनट पर दिल्ली पहुंचती है। वंदे भारत में शताब्दी की तुलना में ज्यादा भी सुविधाएं हैं, इसीलिए यात्री इसमें सफर को लेकर उत्साह दिखा रहे हैं। देहरादून से दिल्ली जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के एसी चेयरकार (सीसी) और एग्जीक्यूटिव (ईसी) में 15 जून तक की सभी सीटें फुल हो गई थीं। इसके बाद 16 जून को कुछ सीटें खाली हैं, 17, 18 और 19 जून की भी सभी सीटें पैक हो चुकी हैं। अब वेटिंग चल रही हैं। जबकि शताब्दी एक्सप्रेस के एसी चेयरकार (सीसी) में छह जून और एग्जीक्यूटिव (ईसी) में 9 जून के बाद भी सीटें मिल रही हैं।