अल्मोड़ा। उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी की 99 वीं जयन्ती तथा छठी पुण्य तिथि पर नगर निगम अल्मोड़ा के सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व एन डी तिवारी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। वक्ताओं ने स्व. तिवारी के बारे में कहा कि तिवारी जी ही ऐसे नेता रहे जो दो राज्यों के मुख्यमंत्री रहे तथा तिवारी जी 17 वर्ष की उम्र में अपने पिता पूर्णानंद तिवारी के साथ स्वाधीनता आंदोलन में जेल में बंद रहे। कहा कि शायद ही कोई ऐसा नेता हो जिनकी जयंती तथा पुण्यतिथि एक ही दिन हो। वक्ताओं ने कहा कि स्व एन डी तिवारी द्वारा उत्तराखंड में विकास कार्यों की जो नींव रखी गई उसे आज भी लोग याद करते हैं। उनके समय में अनेक अभूतपूर्व कार्य उत्तराखंड में हुए। उनकी विकास के लिए काफी दूर दृष्टि थी। स्व एन डी तिवारी को लोग देश का प्रधानमंत्री देखना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। स्व एन डी तिवारी केन्द्र सरकार में अनेक महत्वपूर्ण विभागों में भी मंत्री पद पर रहे हैं। कार्यक्रम में स्व नारायण दत्त तिवारी को भारत रत्न प्रदान करने तथा कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल का नाम पं नारायण दत्त तिवारी के नाम पर रखने की मांग की गई। स्व एन डी तिवारी की जयन्ती व पुण्य तिथि 18 अक्टूबर का कार्यक्रम राजकीय घोषित करने की मांग भी वक्ताओं ने रखी। कार्यक्रम की अध्यक्षता आनन्द सिंह बगडवाल द्वारा की गयी तथा संचालन मनोज सनवाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम में निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, केवल सती, अशोक पाण्डे, डॉ जेसी दुर्गापाल, प्रताप सिंह सत्याल, तारा चन्द्र साह, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, हेम चन्द्र जोशी, राधा बिष्ट, लता तिवारी, गीता मेहरा, लता पाण्डे, भूपेन्द्र सिंह भोज, दीपक कुमार, शरद चन्द्र साह, दीपा साह आदि सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।