अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में वन्यजीवों के अंगों की तस्करी का एक बार फिर मामला सामने आया है। तेंदुए का शिकार कर उसकी खाल उतारकर हल्द्वानी बेचने जा रहे चमोली के तीन लोग अल्मोड़ा में एसओजी के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोरोना की जांच के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा। जिले में मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश के मकसद से एसओजी की टीम लोअर माल रोड पर पांडेखोला के पास बीती देर रात गश्त पर थी। इसी दौरान नगर की ओर जा रही कार यूके 11-7675 को रोका गया। पुलिस टीम के रोके जाने पर चालक वीरेंद्र सिंह नेगी घबरा गया। शक होने पर वाहन की डिग्गी खोल तलाशी ली गई तो एक बैग में तेंदुए की खाल बरामद हुई। मौके पर वनक्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा को बुलवाया गया। वनक्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा ने तेंदुए की खाल होने की पुष्टि की। सख्ती से पूछताछ पर वीरेंद्र सिंह पुत्र भगवत सिंह निवासी लोंटी, तुन्गेश्वर जिला चमोली व उसके साथी यशपाल सिंह रावत पुत्र गोविंद सिंह रावत व गोविंद सिंह रावत पुत्र राम सिंह रावत ने बताया कि उनके इलाके में गुलदारों की संख्या काफी है। गांव से गुलदार की खाल को बेचने के लिए हल्द्वानी जा रहे थे। यह भी खुलासा किया कि गुलदार को अलग अलग तरीके से मार उनकी खाल निकालकर बेची जाती है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। टीम में ओमप्रकाश सिंह नेगी, दिनेश नगरकोटी, मनमोहन सिंह, भूपेंद्र पाल आदि मौजूद रहे।