अल्मोड़ा। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता/पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक के दिशा निर्देशन में उनकी सहयोगी टीम द्वारा लगातार बेटी बचाओ बेटी पढाओ और महिला सशक्तिकरण के अन्तर्गत बालिकाओं को विभिन्न खेल गतिविधियों में शामिल करने के लिये जागरूकता अभियान जारी रखते हुये विभिन्न प्रकार की खेल सामग्री का वितरण किया जा रहा है ताकि खेलों के माध्यम से उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास किया जा सके। श्री कर्नाटक का मत है कि खेल मानव जीवन के विकास, शारीरिक दक्षता, तंदुरुस्ती, मानसिक स्वस्थता का आधार हैं। खेलों द्वारा आपसी प्रेम, साहस, अनुशासन, एकता, टीम भावना के साथ कार्य करने की क्षमता, जोखिम उठाने जैसे गुणों का स्वभाव में स्वतः ही विकास हो जाता है। सहयोगी टीम द्वारा उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को श्री कर्नाटक का संदेश देते हुये कहा कि खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा है। स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिये खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विभिन्न प्रकार के खेल हमारे शारीरिक के साथ मानसिक विकास में मदद करते हैं। लगातार पढाई के दौरान कई बार तनाव की स्थिति होती है। ऐसे में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माध्यम है। जिस तरह दिमाग के सही विकास के लिये शिक्षा जरूरी है उसी तरह शारीरिक विकास के लिये खेल महत्वपूर्ण हैं। शिक्षा के माध्यम से हम टीम भावना नहीं सीख सकते लेकिन खेल से यह सम्भव है। साथ ही शारीरिक रूप से मजबूत होकर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर माता-पिता व देश के गौरव को बढाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शारीरिक दक्षता के खेलों में लगातार प्रतिभाग करना चाहिये ताकि व्यायाम, खेलकूद, मनोरंजन के द्वारा वे अपने शरीर को तंदुरूस्त एवं स्वस्थ बना सकें। इसी क्रम में श्री कर्नाटक की सहयोगी टीम द्वारा आज ग्राम पहल में स्थित दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना की संस्था में प्रशिक्षण ले रही बालिकाओं को बैडमिन्टन एवं वालीवाल किट का वितरण किया गया। जिसकी सभी प्रशिक्षणार्थियों ने भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुये श्री कर्नाटक के प्रति आभार व्यक्त कर उन्हें धन्यवाद दिया गया कि उनके द्वारा अपनी सहयोगी टीम के माध्यम से उन्हें खेलों के प्रति जागरूक करते हुये खेल सामग्री उपलब्ध करायी गयी। संस्था प्रबन्धक ने अपने सम्बोधन में कहा कि श्री कर्नाटक की यह सराहनीय पहल युवाओं तथा बच्चों में खेलों के प्रति आकर्षण पैदा कर रही है तथा जो इस क्षेत्र में नहीं आ पा रहे थे अब उनकी इस मुहिम ने उसे और आसान कर दिया है। इस अवसर पर मुख्य रूप से संस्था प्रबन्धक रविन्द्र पाण्डे, संस्था के शिक्षक/कर्मचारी तथा डा. करन कर्नाटक, हेम जोशी, दिव्या पाटनी, हर्षिता तिवारी, किरन कोरंगा, रिंकी नगरकोटी, नेहा आर्या, कविता दानी आदि सहित संस्था की प्रशिक्षार्थी उपस्थित थे।