अल्मोड़ा नगर निगम में भाजपा की ऐतिहासिक जीत, अजय वर्मा बने पहले मेयर

अल्मोड़ा। भारतीय जनता पार्टी ने अल्मोड़ा नगर निगम की मेयर सीट पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली है। इस जीत के साथ भाजपा ने अल्मोड़ा नगर निगम में अपनी पहली बड़ी सफलता का स्वाद चखा है। यह जीत न केवल भाजपा के लिए बल्कि अल्मोड़ा के राजनीतिक परिदृश्य में भी एक नया अध्याय है। इससे पहले भाजपा कभी भी पालिकाध्यक्ष की सीट पर काबिज नहीं हो सकी थी, लेकिन इस बार नगर पालिका से उच्चीकृत होकर बने नगर निगम में भाजपा ने अपने उम्मीदवार अजय वर्मा को मैदान में उतारा और अजय विजयी रहे। भाजपा ने इस बार सीधे-सादे, विनम्र और जनप्रिय छवि के व्यक्ति अजय वर्मा को मेयर पद का उम्मीदवार बनाया। पार्टी का यह दांव सफल साबित हुआ। अजय वर्मा की छवि और उनकी लोगों के बीच मजबूत पकड़ ने भाजपा को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। स्थानीय मतदाताओं ने उनके व्यवहार को सराहा और भाजपा को पहली बार अल्मोड़ा नगर निगम की बागडोर सौंपी। ओबीसी वर्ग से ताल्लुक रखने वाले अजय वर्मा वर्ष 2013 के निकाय चुनाव में सामान्य सीट पर भी दावेदारी कर चुके हैं हालाँकि तब उन्हें काफी नजदीकी हार का सामना करना पड़ा था।
वहीं कांग्रेस के लिए यह चुनाव एक बड़ी हार लेकर आया। कांग्रेस ने मेयर पद के लिए भैरव गोस्वामी को टिकट दिया, जो पहले भाजपा में रह चुके थे। भैरव गोस्वामी को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानबाजी ने माहौल गर्मा दिया। भाजपा ने उन्हें अपना सक्रिय सदस्य मानने से इंकार कर दिया, जबकि कांग्रेस ने यह दावा किया कि भैरव भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इसके बाद कांग्रेस पार्टी के कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी भाजपा में शामिल होते गए। कांग्रेस भले ही यह कहती रही कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन जमीनी स्तर पर पार्टी की स्थिति कमजोर होती गई। कांग्रेस, जो कभी अपनी मजबूती का दावा करती थी, इस चुनाव में बिखरी हुई नजर आई। 23 जनवरी को हुए निकाय चुनाव मतदान में पिछली बार की तुलना में 5.78 फीसदी की वृद्धि देखी गई। इस बढ़े हुए मतदान ने भाजपा के पक्ष में माहौल को और मजबूत किया। 25 जनवरी को आए परिणाम ने स्थिति साफ़ करते हुए भाजपा के मेयर प्रत्याशी अजय वर्मा को विजयी घोषित किया। अजय की जीत के साथ ही भाजपा पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के चेहरे खिले हुए हैं और पार्टी में उत्साह का माहौल है।