युवा आह्वान ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ किया धरना-प्रदर्शन

अल्मोड़ा। युवा आह्वान के जिलाध्यक्ष गौरव भंडारी के नेतृत्व में छात्र छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन के तानाशाही रवैये के खिलाफ कुछ मांगों के लेकर जिसमें सम सेमेस्टरों के छात्रों को प्रमोट करने, बी.एस.सी में शून्य अंक वाले छात्र छात्राओं के उत्तरपुस्तिका की पुनः जांच, बी. काम तृतीय सेमेस्टर की अंक तालिका की त्रुटि में सुधार के लिए एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया।
जिसमें युवा आह्वान के जिलाध्यक्ष गौरव भंडारी द्वारा बताया गया कि पिछले कई दिनों से वो छात्र हितों के लिए ज्ञापन व अन्य माध्यमों से संघर्षरत है लेकिन विश्वविद्यालय छात्रहितों में बिल्कुल ध्यान न देकर छात्रों की मांगों को लगातार नजरअंदाज कर रहा है।
चाहे किसी भी प्रकार की कक्षाएं हो ऑनलाइन या ऑफलाइन कोई भी प्रकार की कक्षाएं नहीं हुई है ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन बार बार ऑनलाइन कक्षाओं का हवाला देकर इस बात से नहीं मुकर सकता कि पर्वतीय क्षेत्रों में नेटवर्क का अभाव है और इस कारणवश छात्र छात्राओं को काफी कठिनाइयों से गुजरना पड़ रहा है।
आर्थिक रूप से कमजोर छात्र -छात्राएं कोचिंग का सहारा नहीं ले सकते हैं जहाँ विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से ना ही कक्षाएं संपन्न की जा सकी और ना ही किताबों का वितरण हुआ है ऐसे में परीक्षाएं आयोजित करना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा होगा इसलिए सम सेमेस्टरों के छात्रों को पिछली सेमेस्टर के अंकों के आधार पर व असांइमेट के आधार पर प्रोन्नत किया जाए।
साथ ही छात्र नेता ऋषभ भाकुनी द्वारा कहा किया कि न जाने बी.एस.सी /बी.काम के कितने ही छात्र छात्राओं को शून्य अंक दिए है, जिससे उनका मनोबल टूटा हुआ है ऐसी लापरवाही की उम्मीद विश्वविद्यालय से हम नहीं रखते हम उनकी उत्तरपुस्तिका की पुनः जांच की मांग करते हैं।
साथ ही युवा आह्वान के जिला उपाध्यक्ष मोहित बिष्ट द्वारा कहा गया कि बी.एस.सी/बी.काम के परीक्षाफलों में हुई गड़बड़ी काफी चौका देने वाली है। परीक्षाफलों में गड़बड़ी एक नया ट्रेंड सा बन गया है।
साथ ही छात्र नेता योगेश उप्रेती द्वारा कहा गया कि छात्र छात्राओं को इस बार काफी असमंजस की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है यू.जी.सी की गाइडलाइन्स के आधार पर विश्वविद्यालय को आगे के कदम लेने चाहिए लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी मनमानी करते हुए परीक्षाएं आयोजित करा रहा है! जो कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
धरना देने वालों में गौरव भंडारी, योगेश उप्रेती, मोहित बिष्ट, चिराग जोशी, विशाल बिष्ट, विनय कपकोटी, संदीप नेगी, अर्जुन बिष्ट, सुमित कुमार, रोहित कांडपाल, सौरभ राज, आयुष डसीला, पवन पांडे, हिमांशु नेगी, भाष्कर गोस्वामी, भुवन भंडारी, नीरज चिलवाल, ऋषभ भाकुनी, विकास बोरा, वरुण बोरा, दीपक तिवारी गोकुल बोरा, सुरेश पांडे, पंकज जोशी, मोहित पंत, जगदीश जोशी, कमल पंत, पंकज कुमार, सौरभ बिष्ट, सुरेश नेगी आदि छात्र मौजूद रहे।