योग के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया जारी
सबसे कम शुल्क में सर्वाधिक पाठ्यक्रम संचालित करने वाला देश का प्रथम विश्वविद्यालय होगा
अल्मोड़ा। योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों का केंद्र बनेगा। योग विज्ञान विभाग शीघ्र ही समाज हेतु विभिन्न वैदिक चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से भारत का पहला उपचारात्मक केंद्र प्रारंभ कर रहा है। जिसमें प्राकृतिक चिकित्सा, मर्म चिकित्सा, प्राण चिकित्सा, चुंबक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, पंचकर्म, आयुर्वेद आदि विभिन्न वैदिक एवं पुरातन चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से निःशुल्क चिकित्सा की जा सकेगी। जिसका लाभ समाज तक पहुंचेगा। योग विज्ञान विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ नवीन भट्ट की अध्यक्षता में उक्त चिकित्सा केंद्र के संचालन हेतु आवश्यक बैठक आहूत की गयी। डॉ भट्ट ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0 एस0 भण्डारी के प्रयासों से एस0एस0जे0 परिसर में समाज हेतु निःशुल्क सामुदायिक योग एवं वैकल्पिक चिकित्सा केंद्र की स्थापना की जा रही है, जिसमें छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं आम जनमानस हेतु निःशुल्क प्रशिक्षण एवं चिकित्सा प्रदान की जा सकेगी। विभागाध्यक्ष डॉ नवीन भट्ट ने बताया कि इस प्रकार का अभिनव प्रयोग करने वाला सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का योग विज्ञान विभाग भारत का प्रथम विश्वविद्यालय है। साथ ही उन्होंने कुलपति के अथक प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय देश भर में सबसे कम शुल्क पर सर्वाधिक पाठ्यक्रम संचालित करने वाला पहला विश्वविद्यालय है। योग विज्ञान विभाग के अंतर्गत योग में प्रमाण पत्र, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा में प्रमाण पत्र, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा में डिप्लोमा, पंचकर्म एवं आयुर्वेद चिकित्सा में प्रमाण पत्र, मर्म चिकित्सा में प्रमाण पत्र, बी ए योग, पी0जी0डिप्लोमा योग, एम0ए0 योग एवं योग में पीएचडी संचालित की जा रही है, जिसमें प्रवेश प्रक्रिया जारी है विभागाध्यक्ष डॉ नवीन भट्ट ने बताया कि कुलपति के प्रयासों से विशाल महकक्ष को हाईटेक सभी सुविधाओं से युक्त सामूहिक योग एवं वैकल्पिक चिकित्सा केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। बैठक का संचालन रजनीश जोशी ने किया। योग विज्ञान विभाग की इस महत्वपूर्ण बैठक में कुलपति हेतु धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में विश्ववजीत वर्मा, गिरीश अधिकारी, लल्लन कुमार, चन्दन लटवाल, मोनिका बंसल, विद्या नेगी, हेमलता पन्त आदि मौजूद रहे।