अल्मोड़ा। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान के हवालबाग स्थित प्रायोगिक फार्म में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम 2024 का आधिकारिक रूप से शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम की शुरुआत डॉ आशीष कुमार सिंह ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम(रावे) के नोडल अधिकारी द्वारा एक स्वागत भाषण और रावे कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करके की गई। इस वर्ष के कार्यक्रम में 80 छात्र नामांकित हुए हैं जिनमें से 20 छात्र डीएसबी परिसर कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल से 59 छात्र जयपुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय जयपुर से और एक छात्र ग्राफिक एरा हिल विश्वविद्यालय भीमताल से है। सत्र की शुरुआत डॉ लक्ष्मी कांत निदेशक वीपीकेएएस अल्मोड़ा के संबोधन से हुई। डॉ लक्ष्मी कांत ने संस्थान की उपलब्धियों और भविष्य के लक्ष्यों का अवलोकन प्रस्तुत किया छात्रों को उनके नामांकन के लिए बधाई दी और उन्हें अनुसंधान और कृषि उद्यमिता के माध्यम से कृषि विज्ञान में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। डॉ एन के हेडाउ फसल सुधार प्रभाग के प्रमुख ने नवाचार फसल सुधार गतिविधियों और प्रगति के बारे में जानकारी साझा की जिससे छात्रों को इस गतिशील कृषि क्षेत्र में भविष्य के करियर की खोज करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। डॉ के के मिश्रा फसल संरक्षण प्रभाग के प्रमुख ने छात्रों के लिए विभाग की गतिविधियों और उनकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला और प्रभावी फसल संरक्षण रणनीतियों के महत्व पर जोर दिया।