वन श्रमिक संघ की बैठक आयोजित, मांगा सातवां वेतनमान और महंगाई भत्ता

अल्मोड़ा। कुमाऊं वन श्रमिक संघ कर्मचारियों ने यहां चिंतन सभागार में रविवार को बैठक आयोजित की। जिसमें कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। जल्द समस्याओ के निराकरण की मांग की गई। मांग पूरी नही होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। बैठक में कुमाऊं भर से पहुंचे वन श्रमिकों ने कहा कि कोरोना काल में भी कार्मिकों को सातवा वेतन मान और महंगाई भत्ता नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण कार्मिक बहुत कम वेतन में कार्य करने को मजबूर हैं। कहा कि श्रमिक 2016 से सातवा वेतन और 2003 से महंगाई भत्ता देने की मांग कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांगों को अनसुना कर दिया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वन विभाग की ओर से विनीयमितीकरण नियमावली 2020 के तहत प्रथम रिट के श्रमिकों को विनीयमितीकरण किया जा रहा है। जबकि कार्मिकों ने श्रमिकों को वरिष्ठता पर विनियमितीकरण करने की मांग की। कार्मिकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द उनकी मांगों का समाधान नही किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। कार्मिकों ने वन प्रभाग अल्मोड़ा प्रभागीय कार्यालय के चिंतन सभागार को वन श्रमिकों के लिए नहीं खोले जाने पर नाराजगी जताई। कहा कि यह वन श्रमिकों के साथ अन्याय है। अध्यक्षता कुमाऊं वन श्रमिक प्रदेश कार्यकारिणी के अध्यक्ष बसंत बल्लभ की। यहां उपाध्यक्ष चंद्र मोहन जोशी, महामंत्री तिलोचंद भट्ट, कोषाध्यक्ष नवीन चंद्र तिवारी, संगठन मंत्री अंबादत्त वैला, प्रचारमंत्री महेश तिवारी, संरक्षक श्याम कुमार, माधवानंद जोशी, जोगा सिंह, सुरेश राम, बीर सिंह, कृपाल सिंह, गंगा सिंह, मोहन सिंह, दर्शन सिंह, ललित सिंह बिष्ट, उत्तम सिंह, कुंदन लाल, पूरन लाल, अंबादत्त समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।