उत्तरकाशी, हरिद्वार और अल्मोड़ा के शिक्षक बैठे क्रमिक अनशन पर

देहरादून(आरएनएस)। राजकीय शिक्षक संघ के आह्वान पर बुधवार को शिक्षा निदेशालय के समक्ष उत्तरकाशी, हरिद्वार और अल्मोड़ा के शिक्षक नेताओं ने क्रमिक अनशन शुरू किया। उनके समर्थन में संबंधित जिलों के शिक्षक सीएल लेकर कार्य बहिष्कार पर रहे। शिक्षक नेताओं ने कहा कि प्रधानाचार्य सीधी भर्ती का आदेश निरस्त होने के बाद ही आंदोलन खत्म किया जाएगा। बुधवार सुबह लगभग 10 बजे तीनों संघ के तीनों जिलों के पदाधिकारी शिक्षा निदेशालय पहुंचे और क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। इनमें संघ के उत्तरकाशी के अध्यक्ष अतोल सिंह, मंत्री बलवंत असवाल, हरिद्वार के अध्यक्ष हरेंद्र सैनी, मंत्री रवींद्र रोढू, अल्मोड़ा के अध्यक्ष भारतेंदु जोशी व मंत्री भोपाल सेमवाल शामिल रहे। इनके समर्थन में संबंधित जिलों के शिक्षक भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे। इस दौरान संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान की अध्यक्षता में सभा हुई, जिसमें वक्ताओं ने कहा कि सरकार जब तक प्रधानाचार्य पद के लिए सीधी भर्ती का आदेश निरस्त नहीं करती, उनका आंदोलन यथावत रहेगा। संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी, गढ़वाल मंडल अध्यक्ष श्याम सिंह सरियाल, मंत्री डा. हेमंत पैन्यूली ने कहा कि सरकार लोक सेवा आयोग को भर्ती स्थगित करने का पत्र भेजकर सिर्फ शिक्षकों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। कुमाऊं मंडल अध्यक्ष डा. गोकुल मर्तोलिया व मंत्री रवि शंकर गुंसाई ने कहा कि आंदोलन को मुकाम तक पहुंचाना संघ से जुड़े हर शिक्षक की जिम्मेदारी है।
संचालन के करते हुए संघ के प्रदेश संयुक्त सचिव जगदीश भट्ट ने कहा कि गुरुवार को चंपावत और टिहरी के पदाधिकारी क्रमिक अनशन पर बैठेंगे। उन्होंने दावा कि आज कार्य बहिष्कार के चलते आज उत्तरकाशी, हरिद्वार और अल्मोड़ा में पठन-पाठन चौपट रहा।