देहरादून(आरएनएस)। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में बुदियादी बदलाव किए गए हैं। राज्य में प्रदेश में ई-एजुकेशन का दायरा बढ़ाया जा रहा है। एनईपी-2020 के पांच साल पूरे होने की पूर्व संध्या पर शिक्षा मंत्री ने एनईपी के तहत किए गए प्रयोग और नवाचारों का ब्योरा जारी किया। मीडिया को जारी बयान में शिक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ने इन पांच सालों में बुनियादी शिक्षा में व्यापक बदलाव की ओर कदम बढ़ाए। शिक्षा में नवाचार और कौशल विकास को प्राथमिकता दी। बस्ते का बोझ कम कर स्कूलों को ई-एजुकेशन जोड़ने की दिशा में काम किया। इसका दायरा और बढ़ाया जा रहा है। ऑनलाइन शिक्षण पद्धति के लिए 45 हजार शिक्षकों को इन पांच साल में प्रशिक्षित किया गया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि एनईपी के तत उत्तराखंड 5639 आंगनबाड़ी केंद्रों में बाल वाटिका कक्षा शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बना। इन आंगनबाड़ी केंद्रों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। इसके साथ ही 11 हजार से ज्यादा स्कूलों में खिलौना आधारित कक्षा शिक्षण शुरू कराया गया। प्रदेश के 22 हजार बेसिक शिक्षकों को टेबलेट देकर ई-एजुकेशन का विस्तार किया गया है। इसी प्रकार 1340 स्कूलों में पांच सौ वर्चुअल और 1680 हाईब्रिड मोड में कक्षाओं की स्थापना की गई। सेंट्रलाइज स्टूडियो के माध्यम से छात्रों की कक्षाएं शुरू की गई। साथ ही 2587 स्मार्ट कक्षाओं की स्थापना भी की जा रही है। शिक्षा मंत्री के मुताबिक एआई आधारित विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित कर छात्रों के ऑनलाइन मूल्यांकन की प्रणाली विकसित की। निदेशक-एआरटी वंदना गर्ब्याल ने कहा कि एनईपी के तहत कई नवाचार किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रम के साथ राज्य की विशिष्टताओं को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है।