उत्तराखंड में तीन दिन तक भारी बारिश का अलर्ट, 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी तेज हवाएं

7 जिलों में येलो अलर्ट, ओलावृष्टि और भूस्खलन की आशंका, प्रशासन सतर्क

देहरादून। उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में 4 से 6 जून तक भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। विभाग के मुताबिक, इस दौरान 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चल सकती हैं। साथ ही कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी संभावित है। विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल और चंपावत जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि इस बार प्री-मानसून सीजन में अच्छी बारिश हुई है। 4 जून तक प्रदेश के मैदानी और पर्वतीय इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं, जबकि 5 और 6 जून को पहाड़ी जिलों में भारी बारिश की संभावना है। उन्होंने कहा कि तेज हवाओं और ओलावृष्टि के कारण कुछ क्षेत्रों में नुकसान हो सकता है, लिहाजा लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

मई की बारिश ने दी गर्मी से राहत
मई के महीने में हुई असामान्य बारिश ने प्रदेशवासियों को गर्मी से बड़ी राहत दी। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस बार मई में औसतन 116.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 80 प्रतिशत अधिक रही। बागेश्वर में सबसे अधिक और ऊधम सिंह नगर में सबसे कम वर्षा हुई। देहरादून में 123 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे तापमान सामान्य से नीचे आ गया और अधिकतम तापमान 34–35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। कुछ दिनों में तापमान सामान्य से 5–8 डिग्री कम दर्ज किया गया।

भूस्खलन और सड़क अवरोध की आशंका
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि तेज बारिश और हवाओं के चलते पर्वतीय जिलों में भूस्खलन और सड़कें बाधित होने की संभावना है। स्थानीय प्रशासन को अलर्ट पर रहने और आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं।

सावधानी बरतें, नदी-नालों से दूर रहें
मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान नदी-नालों से दूर रहें, ऊंचे पेड़ों के नीचे खड़े न हों और यात्रा के दौरान सतर्कता बरतें। खासकर पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोग संभावित भूस्खलन और ओलावृष्टि को देखते हुए सतर्क रहें।