देहरादून(आरएनएस)। ऊर्जा निगम में मची प्रशासनिक अराजकता पर सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम से सख्त नाराजगी जताई है। अधिशासी अभियंता काशीपुर की ओर से सीधे निदेशक ऑपरेशन पर बिजली चोरी करने वालों को समर्थन देने और अनावश्यक दबाव बनाने के आरोपों पर एमडी से रिपोर्ट तलब की है। सख्त हिदायत देते हुए साफ किया कि किसी भी तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिजली चोरी से जुड़े मामले में राजस्व निर्धारण को लेकर बिजली चोरी करने वाले के समर्थन में दबाव बनाने का आरोप ईई काशीपुर अजीत यादव ने एसई काशीपुर और निदेशक ऑपरेशन पर लगाए थे। ईई ने इस मामले में एसई, चीफ, निदेशक, अधिशासी निदेशक मानव संसाधन तक को पत्र लिखे, लेकिन एमडी यूपीसीएल को न पत्र लिखा और न ही प्रतिलिपि भेजी। इस पत्र के वायरल होने से ऊर्जा निगम की खासी फजीहत हुई। इस बेहद गंभीर मामले में यूपीसीएल मैनेजमेंट के स्तर से कोई कार्रवाई न होने पर सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम ने नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि एमडी यूपीसीएल से जवाब मांगा जा रहा है। किसी को भी अनुशासन तोड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। इस मामले में एमडी अनिल कुमार ने बताया कि अभी उनके पास लिखित में किसी भी पक्ष से कोई पत्र नहीं आया है। जैसे ही उन तक प्रकरण पहुंचता है, तत्काल विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। प्रशासनिक अराजकता को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
दस साल से यूएसनगर में जमे ईई को हटाया
निर्वाचन की ओर से दस साल से यूएसनगर में जमे यूपीसीएल के इंजीनियरों को हटाने के आदेश दिए गए थे। इस क्रम में सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने ईई काशीपुर अजीत यादव को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्हें शासन में सचिव ऊर्जा कार्यालय में अटैच किया गया। सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने आदेश की पुष्टि की।
निदेशक ऑपरेशन ने भी किया जवाब तलब
ईई काशीपुर अजीत यादव की ओर से लगाए गए आरोपों पर निदेशक ऑपरेशन मदनराम आर्य ने भी उनका जवाब तलब किया है। निदेशक ने बताया कि संतोषजनक जवाब न मिलने पर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इस मामले में उच्च स्तर पर निलंबन की भी संस्तुति की जाएगी।