देहरादून(आरएनएस)। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने रोडवेज में सक्रिय कर्मचारी संगठन और यूनियनों की सदस्यता में उपाधिकारी और अधिकारियों के शामिल होने पर रोक लगाने के आदेश का विरोध किया। यूनियन इसे कर्मचारियों के अधिकारों का हनन बाते हुए आदेश रद करने की मांग उठाई है। प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि रोडवेज प्रबंधन ने 14 विभिन्न पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को यूनियन और संगठनों की सदस्यता ग्रहण करने पर प्रतिबंध लगाया है। इस बारे में विधि विशेषज्ञों की राय ली गई। इसमें पता चला है कि कार्मिक ट्रेड यूनियन में किसी भी प्राविधान के अंतर्गत यूनियन की सदस्यता लेने से वंचित नहीं किए जा सकते हैं, मुख्यालय का यह आदेश विधि विपरीत है। प्रबंधन कर्मचारियों के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रहा है। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन इसका विरोध करती है। उन्होंने तत्काल यह आदेश वापस लेने की मांग की है। कहा कि यदि आदेश 15 जुलाई तक निरस्त नहीं किया गया तो यूनियन विधि विपरीत किए गए आदेश को मानने के लिए बाध्य नहीं होगी।