अल्मोड़ा। पहाड़ी आर्मी के पहाड़ी हिंदू सशक्तिकरण अभियान के तहत अल्मोड़ा में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। संगठन के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा कि 25 वर्षों में रणनीतिक पार्टियों ने प्रदेश को गर्त में धकेल दिया है और मूलभूत समस्याओं की अनदेखी करते हुए अनावश्यक कानून थोपे जा रहे हैं। उन्होंने बाहरी लोगों के अतिक्रमण और गुंडागर्दी के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। हरीश रावत ने सशक्त भू कानून, मूल निवास, गो माता को राज्य माता का दर्जा, पहाड़ी भाषा और त्योहारों को सरकारी मान्यता देने, नदियों और पर्यावरण के अवैध दोहन को रोकने, और नशामुक्ति की मांग की। उन्होंने यूसीसी और लिव-इन रिलेशन जैसे कानूनों का विरोध करते हुए इन्हें पहाड़ी संस्कृति के लिए विनाशकारी बताया। संयोजक विनोद शाही ने बताया कि यह यात्रा चंपावत से शुरू होकर पिथौरागढ़ और बागेश्वर होते हुए अल्मोड़ा पहुंची है। कुमाऊं में इसका पहला चरण 9 मार्च को हल्द्वानी में समाप्त होगा, जबकि दूसरा चरण गढ़वाल में चलेगा। कार्यक्रम में मोहन कांडपाल, कैप्टन बलवंत सिंह खेतवाल, प्रकाश पांडेय, नागेंद्र सनवाल, वीरेंद्र नेगी, सरस्वती देवी, महेश नगरकोटी, विनोद नेगी, गौरव गोस्वामी सहित कई लोग उपस्थित रहे।