रुड़की(आरएनएस)। मौसम में ठिठुरन बढ़ने से किसानों का काम प्रभावित हो रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कत गन्ने की छिलाई और ढुलाई की है। मजदूर दिन में 5-6 घंटे से ज्यादा काम करने को तैयार नहीं है। इसकी मजदूरी भी 500 से 600 रुपये देनी पड़ रही है। सर्दी रोजाना बढ़ रही है। रात में पाला पड़ने से दिन में भी काफी ठिठुरन रहती है। किसानों ने बताया कि फिलहाल गेहूं बुआई का समय है। किसान गन्ने की मुंढा (पेड़ी) फसल काटकर गेहूं बोने के लिए खेत खाली कर रहे हैं। लेकिन सर्दी ज्यादा होने से गन्ने की छिलाई के लिए मजदूर मिलना बड़ी समस्या है। बताया कि गांव में बड़ी मुश्किल से मजदूर काम करने को तैयार होते हैं। वे भी 10 बजे खेत में पहुंचकर शाम में 5 बजे तक काम करते हैं। इतने समय में एक मजदूर करीब 4-5 कुंतल गन्ना ही छील पाता है, जिसकी मजदूरी 500 से 600 देनी पड़ रही है। इसके बाद गन्ने को खेत से चीनी मिल तक की ढुलाई पर भी खर्च होता है। बताया कि इससे किसान का बजट खराब हो रहा है। किसानों का कहना है कि गन्ने की छिलाई नहीं हो पाने से क्षेत्र में रबी की फसलों की बुवाई में भी देरी हो रही है।