अल्मोड़ा। एसएसजे परिसर में सोमवार को आयोजित ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषयक संगोष्ठी को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ता भड़क उठे। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यह कार्यक्रम भाजपा के दबाव में आयोजित किया गया है और विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के शैक्षिक हितों की उपेक्षा कर राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा दे रहा है। विवाद उस समय और बढ़ गया जब आक्रोशित छात्रों ने विधि संकाय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया और कार्यक्रम के विरोध में नारेबाजी करने लगे। छात्रों ने उत्तराखंड जलागम परिषद के उपाध्यक्ष के वाहन को परिसर में प्रवेश से रोक दिया और कुलपति तथा विभागाध्यक्ष को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने छात्रों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन बात तीखी नोकझोंक तक पहुंच गई। कुछ छात्रों ने जलागम परिषद के उपाध्यक्ष की कार के आगे खड़े होकर रास्ता रोक लिया, जिस पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग कर छात्रों को हटाना पड़ा। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर उदासीन है। छात्र संगठनों को अपने कार्यक्रमों के लिए अनुमति नहीं दी जाती, जबकि राजनीतिक कार्यक्रम बिना किसी पूर्व सूचना या स्वीकृति के आयोजित किए जाते हैं। छात्रों ने परिसर को राजनीति का अड्डा बताते हुए कहा कि यहाँ केवल पार्टी विशेष की चलती है और शिक्षकों को छात्रों की पढाई से कुछ लेना देना नहीं है। प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई से जुड़े छात्र अमित बिष्ट, पंकज कार्की, गोपाल भट्ट सहित अन्य मौजूद रहे। छात्रों ने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में विश्वविद्यालय परिसर में इस प्रकार के एकतरफा कार्यक्रम होते हैं, तो विरोध और उग्र किया जाएगा।