अल्मोड़ा(आरएनएस)। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय अल्मोड़ा के तत्वावधान में मंगलवार, 16 दिसंबर को विजय दिवस की 54वीं वर्षगांठ शहीद स्मारक छावनी क्षेत्र में गरिमामय वातावरण में मनाई गई। कार्यक्रम के दौरान शहीदों की स्मृति में पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। गैरीसन अल्मोड़ा की सैन्य टुकड़ी के जवानों ने शहीदों को सलामी दी, इसके बाद उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया। समारोह में मुख्य अतिथि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा और मुख्य विकास अधिकारी रामजी शरण शर्मा ने वीर नारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह ने शहीदों के बलिदान को नमन करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। कार्यक्रम के दौरान 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को भी स्मरण किया गया। दिसंबर 1971 में हुए इस युद्ध में भारतीय सेना ने 14 दिनों के भीषण संघर्ष के बाद पाकिस्तानी सेना को पराजित किया था। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया, अनेक जवानों ने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी और कई वीर सैनिक घायल हुए। इसी ऐतिहासिक विजय की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। इस युद्ध के परिणामस्वरूप एक नए राष्ट्र बांग्लादेश का उदय हुआ। इस युद्ध में अल्मोड़ा जनपद के 25 जवान शहीद हुए थे। इस अवसर पर शहीद स्मारक छावनी क्षेत्र में गैरीसन अल्मोड़ा के प्रभारी कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल एन. वी. शुक्ला (शौर्य चक्र), गैरीसन के अन्य सैन्य अधिकारी, सूबेदार मेजर दलजीत सिंह एवं जवान, पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष, जनपद स्तरीय अधिकारी तथा सैनिक कल्याण विभाग अल्मोड़ा के सहायक अधिकारी नरेन्द्र सिंह, प्रशासनिक अधिकारी विजय शंकर, महेन्द्र सिंह मेहरा, राजकुमार बिष्ट, कैलाश चन्द्र काण्डपाल, हेमन्त लाल वर्मा, देवेन्द्र कुमार और चम्पा देवी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, वीर नारियां, एनसीसी कैडेट और मीडिया कर्मियों ने भी सहभागिता की और शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।