अल्मोड़ा(आरएनएस)। भूमिया देवता मंदिर भैंसियाछाना में रविवार को सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ पारंपरिक और धार्मिक उल्लास के बीच हुआ। कथा आरंभ से पूर्व ग्रामीण महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सजधज कर सरयू नदी से पवित्र जल से भरे कलशों के साथ भव्य यात्रा निकाली, जिसमें क्षेत्रीय विधायक मनोज तिवारी सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया। प्रातः 8 बजे शुरू हुई कलश यात्रा बीणामहादेव मंदिर से प्रारंभ होकर शेराघाट बाजार होते हुए भूमिया देवता मंदिर परिसर तक पहुंची। मार्ग में भक्तिमय माहौल रहा। विधायक मनोज तिवारी ने कलश यात्रा में सहभागी बनते हुए धार्मिक आयोजनों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे यज्ञों से क्षेत्र में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, सामाजिक सौहार्द बढ़ता है और युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ती है। उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर मंदिर परिसर में धर्मशाला निर्माण के लिए सहयोग का आश्वासन भी दिया। यज्ञ का शुभारंभ यज्ञाचार्य पंडित कुलदीप उपाध्याय ने मंत्रोच्चारण और वैदिक विधि-विधान के साथ देवताओं के आह्वान से किया। भागवत कथा वाचक पंडित नवीन चंद उपाध्याय ने भागवत महापुराण की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि कथा श्रवण मात्र से ही व्यक्ति सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर मोक्ष प्राप्त कर सकता है। कथा के मुख्य यजमान मदन मोहन पांडे ने क्षेत्रवासियों से अधिक से अधिक संख्या में भागवत कथा में सहभागी बनने का आग्रह किया और बताया कि सात दिवसीय यह आयोजन 25 मई को हवन व भंडारे के साथ संपन्न होगा। इस अवसर पर भागवत कथा की प्रमुख आयोजक चंद्रा देवी पांडे द्वारा धार्मिक आयोजन हेतु छह लाख रुपये की नगद भेंट दी गई। चंद्रा देवी, जिन्हें क्षेत्रवासी स्नेहपूर्वक ‘चंद्रा बूआ’ कहते हैं, मात्र 18 वर्ष की आयु में विधवा होने के बाद से ही अपने मायके शेराघाट में मेहनत-मजदूरी कर जीवन यापन कर रही हैं। उन्होंने पूर्व में भी कई धार्मिक आयोजनों में योगदान दिया है, जिसकी ग्रामीणों ने प्रशंसा की। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता दरवान सिंह रावत, वसंत नेगी, हरीश डसीला, त्रिलोचन उप्रेती, मुख्य व्यवस्थापक नंदा वल्लभ पांडे, सुंदर मेहता, शिवमंगल पांडे, ग्राम प्रधान मोहन चंद जोशी, खीमानंद भट्ट सहित अनेक ग्रामीण श्रद्धालु उपस्थित रहे।