शांति के संदेश पर अल्मोड़ा परिसर में गोष्ठी का आयोजन

अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोड़ा के गणित विभाग सभागार में बुधवार को राज विद्या केंद्र द्वारा शांति और आत्मज्ञान पर केंद्रित एक गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम में प्रेम सिंह रावत के शांति संदेश का प्रसारण किया गया, जिसमें उनके विचारों ‘खुद को जानो, आनंद को खुद में खोजो’ को वीडियो के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। गोष्ठी में आध्यात्म, मानव जीवन-मूल्य और आत्मबोध से जुड़े विषयों पर चर्चा हुई। विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. सुशील जोशी ने इसे आत्मबोध के लिए एक प्रभावी पहल बताते हुए कहा कि इसमें शामिल हुए लोग आत्मज्ञान की दिशा में आगे बढ़ेंगे। पूर्व कुलपति एवं कला संकायाध्यक्ष प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने कहा कि इस कार्यक्रम की योजना एक सप्ताह पहले से बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि “इस संसार में सबकुछ उपलब्ध है, लेकिन सत्य को समझने के लिए आंतरिक दृष्टि विकसित करनी होगी। हमें सभी जीवों को आत्मवत देखने की जरूरत है, न कि केवल अपने लाभ-हानि तक सीमित रहने की। इस कार्यक्रम ने लोगों को आत्म से परिचित होने का अवसर दिया है।” उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए सेवानिवृत्त वरिष्ठ कोषाधिकारी बी.डी. पांडे को बधाई दी। गोष्ठी में प्रेम सिंह रावत के शांति और प्रेम संदेश की रूपरेखा बी.डी. पांडे ने प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्रो. नीरज तिवारी, प्रो. प्रियंका सागर, प्रो. शालिमा तबस्सुम, डॉ. रवि कुमार, प्रधान सहायक सागर रौतेला, डॉ. पूरन जोशी, डॉ. तिलक जोशी समेत कई प्राध्यापक, शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।