देहरादून(आरएनएस)। शहरों में सेप्टेज प्रबंधन का मजबूत ढांचा खड़ा किया जा सके, इसके लिए सचिव पेयजल शैलेश बगोली ने अफसरों को ठोस कार्ययोजना तैयार किए जाने के निर्देश दिए। सचिवालय में सीवरेज योजनाओं की समीक्षा करते हुए सेप्टेज प्रबंधन पर फोकस किए जाने के निर्देश दिए। सचिव पेयजल ने कहा कि सभी शहरों का आंकलन कर कार्ययोजना तैयार की जाए। देखा जाए कि किन किन शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और किन शहरों में फीकल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाने हैं। हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी शहर में सीवरेज सड़कों पर बहता हुआ नजर न आए। बेहतर प्रबंधन किया जाए। विस्तृत विश्लेषण कर डीपीआर तैयार की जाए। राज्य में संचालित प्रगतिशील कार्यों की प्रगति रिपोर्ट गति शक्ति पोर्टल पर अपलोड की जाए। निर्माण कार्यों में तेजी लाने के साथ ही गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। वरिष्ठ अधिकारी नियमित निरीक्षण करें। छोटे और पर्वतीय शहरों में सेप्टेज प्रबंधन को प्रोत्साहित किया जाए। इसके अलावा एसटीपी की क्षमता का परीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाए कि कौन कौन से एसटीपी अपनी क्षमता के अनुसार कार्य नहीं कर रहे हैं। इसका कारण स्पष्ट किया जाए। यह भी जांचा जाए कि एसटीपी का एफ्लुएंट (उत्सर्जन) निर्धारित मानकों के अनुरूप है या नहीं। सभी मौजूदा एसटीपी में को-ट्रीटमेंट की सुविधाओं की स्थापना को कार्य योजना तैयार की जाए।