हरिद्वार(आरएनएस)। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय में मंगलवार को आयोजित एक परिवर्तनकारी बातचीत कार्यक्रम में छात्रों को भारतीय वायु सेना की एक प्रतिष्ठित टीम के साथ जुड़ने का मौका मिला। जिसमें विंग कमांडर राकेश, स्क्वाड्रन लीडर अक्षित शर्मा, फ्लाइट लेफ्टिनेंट रविकांत और फ्लाइंग ऑफिसर नितिन बिष्ट शामिल थे। कार्यक्रम में भारतीय वायु सेना के अफसरों ने छात्रों को वायु सेना में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। आसमान के अनुभवी विंग कमांडर राकेश ने अपने अनुभव छात्रों के साथ साझा किए। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे आसमान को केवल उड़ान के लिए एक कैनवास के रूप में नहीं बल्कि सेवा और सम्मान के दायरे के रूप में समझें। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी के प्रतिष्ठित आदर्श वाक्य के साथ सहजता से जुड़ते हुए, अटूट नैतिक मूल्यों से ओतप्रोत टेक्नोक्रेट्स की महत्वपूर्ण आवश्यकता को रेखांकित किया। विवि के कुलपति प्रो. सोमदेव शतांशु ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हमारा विश्वविद्यालय ज्ञान के प्रतीक के रूप में खड़ा है, जो व्यक्तियों को उत्कृष्टता और ज्ञानोदय की ओर मार्गदर्शन करता है। कहा कि छात्र प्रत्येक चुनौती को विकास के अवसर के रूप में स्वीकार करें और ईमानदारी, करुणा और दृढ़ता के मूल्यों को अपनी मार्गदर्शक रोशनी बनाएं। डॉ. एम एम तिवारी ने छात्रों से देश की नियति के निर्माता के रूप में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने राष्ट्र सर्वोपरि के जय घोष के साथ सभी छात्रों को भारतीय सेना से जुडने के लिए प्रेरित किया। संचालक डॉ. धर्मेंद्र बलियान ने किया। कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार, डॉ. सुयश भारद्वाज ने विचार रखे। इस अवसर पर अपूर्व कौशिक, डॉ. सुयश भारद्वाज, डॉ. तनुज गर्ग, डॉ. गौरव मलिक, डॉ. आशीष नैनवाल आदि मौजूद थे।