नई टिहरी(आरएनएस)। विवेक मेमोरियल सुरगंगा संगीत विद्यालय के संगीतोत्सव में छात्र-छात्राओं ने शानदार गीत, नृत्य की प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया। उन्होंने भरत नाट्यम, कत्थक सहित गढ़वाली, जौनसारी और जागर नृत्य पर वाहवाही लूटी। इस दौरान शिक्षक व संस्कृतिकर्मी डॉ. पवन कुदवान और वरिष्ठ पत्रकार मुकेश रतूड़ी को शैक्षिक,सामाजिक, संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए इस वर्ष का सुरगंगा कलानिधि पुरस्कार दिया गया। बीते रविवार की शाम को जिला पंचायत सभागार में आयोजित संगीतोत्सव का विधायक किशोर उपाध्याय ने दीप जलाकर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि 2010 में निदेशक डॉ. विकास फोंदणी ने जो संगीत रूपी बीज बोया था, आज वह विशाल वृक्ष बन गया है। जिसकी छांव में अनेक बच्चे संगीत सीख रहे हैं। नई टिहरी की सांस्कृतिक शून्यता को सुरगंगा विद्यालय ने खत्म किया है। विद्यालय के निदेशक डॉ. विकास फोंदणी ने स्कूल की उपलब्धियां बताई। कहा कि भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय सहित उत्तराखंड सरकार के विभिन्न कार्यक्रम, कार्यशाला स्कूल में कराई जा रही हैं। छात्रा पिंकी रावत और समीक्षा नेगी ने सरस्वती वंदना और राग बागेश्री से कार्यक्रम शुरू किया। हिमांशु बेलवाल, आदित्य भट्ट, शौर्य जखमोला, वैष्णवी अंथवाल, आराध्या रतूड़ी, दिव्यांश जखमोला ने राग शंकरा, स्वास्तिका फोंदणी, नताल्या भट्ट, अम्बिका भट्ट, मारिशा, सौम्या रावत, कृषिका रावत ने कथक नृत्य की दिलकश प्रस्तुति दी। सोमश सेलुरियाल ने स्कूल के क्रिया-कलाप और आगामी कार्यक्रमों से अवगत कराया। संस्कृति, कला, परंपरा के प्रचार-प्रसार और उत्कृष्ट कार्य के लिए संस्कृति कर्मी डॉ. पवन और सामाजिक समस्याओं, कला संवर्धन के वरिष्ठ पत्रकार मुकेश रतूड़ी को विधायक किशोर और निदेशक डॉ. विकास ने शॉल, स्मृति चिन्ह, अभिनंदन पत्र देकर सुरगंगा कलानिधि पुरस्कार से सम्मानित किया। डॉ. राज किशोर, सरोज सूरी, सुनीता गोनियाल, आयुष डोभाल, अमूल ललित ने विभिन्न विधाओं में ठुमरी, दादरा, लोकगायन की मंत्रमुग्ध प्रस्तुति दी। प्रभात नेगी और देवाशीष गैरोला ने तबला, आयुष डोभाल ने सिंथेसाइजर, आदित्य पांडेय ने हारमोनियम, संजय कुमार ने पैड, भविष्य सेमवाल ने गिटार और आदित्य भट्ट ने ढोलक पर संगत करी। इस मौके पर अनुसूया नौटियाल, दीपक रतूड़ी, गोविंद पुंडीर, सीपी डबराल, कमल सिंह महर, भगवान चंद रमोला, देवेंद्र नौडियाल, अनुज पंत, हरीश बडोनी, लक्ष्मी गोनियाल, जस्सी रावत, पूजा रतूड़ी आदि मौजूद थे।