सांप्रदायिक तनाव के बाद गौचर मेला बनेगा चुनौती

चमोली(आरएनएस)।  चमोली जिले के साथ ही साथ लगते जिले के लोगों के लिए गौचर मेला अहम रहता है। गौचर मेले में लोगों की खासी भीड़ उमड़ती है। मंगलवार को दो समुदायों के बीच पैदा हुआ तनाव किस हद तक जाएगा इस पर कुछ भी कहना मुश्किल है। विशेष समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ ने माहौल को और अधिक गर्मा दिया है। व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल का कहना है कि गौचर मेले को लेकर प्रशासन को व्यापार संघ और बुद्धिजीवियों के साथ बैठक करके सुझाव लेकर रणनीति तैयार करनी चाहिए। क्योंकि यहां पर अब लोगों की सुरक्षा का सवाल है। पुलिस के सामने ही मारपीट की जा रही है। जो बर्दास्त नहीं की जा सकती है। गौचर मेले में पूरी छानबीन के बाद ही बाहरी लोगों को दुकान लगाने दी जाए। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश नेगी का कहना है कि नंदानगर घटना के बाद डीएम और एसपी को बाहरी लोगों का कड़ाई से सत्यापन कराने को लेकर ज्ञापन दिया गया था। ऐसे लोगों को क्षेत्र से बाहर किया जाना चाहिए जो क्षेत्र के लोगों के लिए खतरा बन रहे हो।