देहरादून। विलासपुर कांडली निवासी सैनिक दौलत कुमार महर को सोमवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनकी अंतिम यात्रा में राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी समेत सैकड़ो लोग शामिल हुए। सैन्य टुकड़ी ने उन्हें इस दौरान सलामी दी। सोमवार सुबह करीब 9 बजे मिलिट्री अस्पताल से दौलत की पार्थिव देह को उनके विलासपुर कांडली स्थित गांव लाया गया। यहां देह पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। महिलाएं और परिजन विलाप करने लगे। दौलत के अंतिम दर्शन को लोगों की भीड़ उमड़ी। इस मौके पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री और अपनी ओर से पुष्प चक्र अर्पित करते हुए दौलत को श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां से गमगीन माहौल में दौलत की अंतिम यात्रा टपकेश्वर घाट के लिए रवाना हुई। गांव के बाहर सैन्य क्षेत्र की सीमा तक अंतिम यात्रा पैदल पहुंची। वहां से फूल माला से सजे सैन्य वाहन में उनकी देह को रखकर टपकेश्वर स्थित घाट ले जाया गया। यहां मुखाग्नि से पहले सैन्य टुकड़ी ने उन्हें अंतिम सलामी दी। दौलत महज 21 साल के थे। वह करीब 3 साल पहले गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे। बीते 13 अगस्त को एक हादसे में वह गंभीर घायल हुए थे। उनका सैन्य अस्पताल में उपचार चल रहा था। यहां उनको बचाने के प्रयास सफल नहीं हुए।
पिता ने दी बेटे को मुखाग्नि: दौलत महर की चिता को उनके पिता मोहन सिंह महर ने मुखाग्नि दी। पिता बेटे को मुखाग्नि दे रहे थे तो इस दौरान मौके पर मौजूद लोग भावुक हो उठे। इस दौरान मौसम भी जैसे मानो गमगीन था। हल्की बरसात के बीच उनकी अंतेष्टि हुई।
सैनिक कल्याण मंत्री ने जवान को दी श्रद्धांजलि
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने लासनायक दौलत सिंह महर के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मंत्री ने दुख की घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया और संत्वाना दी। उन्होंने परिवार को सरकार की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया। सैनिक कल्याण मंत्री ने लासनायक मेहर के आकस्मिक मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में सभी लोग परिवार के साथ हैं। मंत्री सोमवार को उनके घर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी। मौके पर पीटीआर शमशेर सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान लव कुमार तमांग, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल जीएस चंद सहित आदि मौजूद थे।