देहरादून। सहकारी समितियों में मृत किसानों का ऋण जमा करने में अब केवल दस दिन रह गए हैं लेकिन अभी तक लक्ष्य काफी दूर है। राज्य में सबसे अधिक ऋण हरिद्वार जिले में स्थित सहकारी समितियों का उन किसानों पर बकाया है जिनकी मौत हो गयी है और उनके परिजनों को इस ऋण को जमा करने को कहा गया है।
बताते चलें कि प्रदेश में सहकारिता समितियां के किसानों के लिए वन टाइम सेटेलमेंट स्कीम (ओटीएस) की समय अवधि 29 फरवरी तक बढ़ा दी गई थी। पूर्व में सहकारी समितियां ने मृत किसानों के ऋण का ब्याज माफ करने के लिए 8 जुलाई से एमपैक्स ओटीएस स्कीम के तहत प्रदेश भर में 31 दिसंबर तक ब्याज माफी अभियान चलाया था, लेकिन प्रदेश में वसूली का लक्ष्य पूरा न होने और मृत किसानों के परिजनों को ऋण पर लगे ब्याज से मुक्त करने के उद्देश्य से ओटीएस योजना की समय अवधि को बढ़ाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में 31,221 मृत किसानों पर 74 करोड़ 18 लाख 28 हजार रुपये बकाया है। सहकारिता विभाग का दिया गया यह कर्ज अब मृत किसानों के परिजनों से वसूला जाना है। बकाया समय पर न चुकाए जाने से अब ब्याज समेत यह राशि 123 करोड़ 40 लाख रुपये हो चुकी है। वहीं बकाया ऋण जमा न होने से मृत किसानों के परिजनों को समिति से लोन नहीं दिया जा सकता है।
वहीं इस भारी-भरकम राशि को देखते हुए परिजनों को कर्ज चुकाने में राहत देने के लिए बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समिति, एकमुश्त समाधान योजना (एमपैक्स ओटीएस) लागू की गई थी। इसके तहत मृत किसानों के परिजनों पर बकाया 49 करोड़ 22 लाख 67 हजार रुपये का ब्याज माफ करने का निर्णय लिया गया था। ब्याज माफी की रकम का 60 फीसदी वहन सहकारी समिति व 40 फीसदी वहन जिला सहकारी बैंक करेगा। प्रदेश में सबसे अधिक ऐसी सहाकारी समितियां हरिद्वार जिले में हैं जिनमें मृतक किसानों पर ऋण बकाया है। ऐसे में सरकार द्वारा ओटीएस योजना की समय अवधि को बढ़ाये जाने का भी हरिद्वार जनपद की सहकारी समितियों को बहुत अधिक लाभ नहीं मिला। यहां जनपद में कुल 6169 मृत किसानों पर ऋण व ब्याज बकाया है लेकिन सिर्फ एक हजार के लगभग किसानों के परिजनों ने ऋण वापस किया जबकि अभी भी पांच हजार से अधिक किसानों पर ऋण बकाया है।
जनपद कुल बकाएदार मृतक मूलधन ब्याज (लाख में)
देहरादून 1311
हरिद्वार 6169
पौडी गढ़वाल 4610
चमोली 2507
टिहरी गढ़वाल 3405
रुद्रप्रयाग 1069
उत्तरकाशी 3111
कुमाऊँ के जनपद
नैनीताल 1582
ऊधमसिंह नगर 4192
चम्पावत 432
पिथौरागढ़ 1383
अल्मोड़ा 1164
बागेश्वर 286
कुल योग 31221