नैनीताल (आरएनएस)। फर्जी शपथ पत्र लगाकर जमीन कब्जाने की आरोपी साफिया मलिक पत्नी अब्दुल मलिक को पुलिस ने बरेली से गिरफ्तार कर लिया है। साफिया बरेली में सात दिन से अपने मामा के घर रह रही थी। बनभूलपुरा में जिस जमीन को लेकर बवाल हुआ, उसकी मुख्य आरोपित साफिया है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश करने के बाद हल्द्वानी जेल भेज दिया है।
आठ फरवरी को बनभूलपुरा में सरकारी नजूल भूमि से अतिक्रमण हटाने पर बवाल हुआ था। उपद्रव में पांच लोगों की मौत हो गई थी। जिस जमीन पर अब्दुल मलिक अपना दावा कर रहा था। निगम की जांच में वह गलत साबित हुआ था। 22 फरवरी को नगर निगम के सहायक आयुक्त गणेश भट्ट ने अब्दुल मलिक, उसकी पत्नी साफिया, अख्तरी बेगम, नबी रजा खां, गौस रजा खां और अब्दुल लतीफ के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में प्राथमिकी कराई थी। इन पर मृत व्यक्ति के दस्तावेज लगाकर फर्जी तरीके से जमीन कब्जाने व उसे खुर्द-बुर्द करने का आरोप है। मुकदमा दर्ज होने के बाद कोतवाली के एसएसआई महेंद्र प्रसाद को मामले की विवेचना सौंपी गई।
उधर साफिया मलिक ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी। उधर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि साफिया बरेली के बिहारीपुर में अपने मामा के घर में छिपी है। मंगलवार को पुलिस व एसओजी ने साफिया को ग्राम बिहारीपुर जिला बरेली उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी टीम में एसएसआई महेंद्र प्रसाद, एसओजी प्रभारी, संजीत राठौर, हेड कांस्टेबल ललित कुमार, कांस्टेबल महबूब अली व राजेश्वरी नेगी शामिल रहे।
एक महीने बरेली की मजार में छुपी रही साफिया
पुलिस साफिया की खोज में दिल्ली, मुंबई, हरियाणा व बिहार तक गई। वह बरेली की एक मजार में एक महीने तक छिपी रही। पुष्ट सूत्रों के अनुसार साफिया सात दिन पहले अपने मामा के घर बरेली आ गई थी।
विदेश भागने की तैयारी में थी साफिया
साफिया मामा के घर से विदेश भागने की फिराक में थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि साफिया ने पूछताछ में बताया है कि वह दो दिन में विदेश जाने वाली थी। उसने वीजा के लिए आवेदन किया था। पुलिस ने साफिया के लिए लुक आउट नोटिस जारी नहीं किया था।
पनाह देने वाले राडार पर
जिन लोगों ने साफिया को पनाह दी, वह पुलिस की राडार पर आ चुके हैं। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा का कहना है कि साफिया को पकड़ने के लिए टीम गठित की थी। कहा कि जिन लोगों ने उसे पनाह दी, उन्हें भी चिह्नित किया जाएगा। इसके बाद कार्रवाई होगी। सूत्र बताते हैं कि साफिया बरेली में एक वकील के घर में भी रुकी थी।
बनभूलपुरा उपद्रव में शामिल हो सकता साफिया का नाम
जिस जमीन से बवाल शुरू हुआ था, उस पर साफिया का ही कब्जा था। एसएसपी मीणा ने बताया कि साफिया के नाम पर जमीन थी। हालांकि उसमें और लोगों के नाम भी शामिल हैं। साफिया ही कोर्ट पहुंची। जमीन पर कब्जा नहीं होता तो उपद्रव नहीं होता। इसलिए साफिया को बनभूलपुरा उपद्रव का आरोपी बनाया जा सकता है। साफिया से पूछताछ के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
साफिया मलिक को बरेली से गिरफ्तार कर लिया है। बनभूलपुरा उपद्रव की जड़ जमीन ही थी। इस मामले में कानूनी राय लेकर पुलिस और आगे बढ़ेगी। कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया है। पुलिस जल्द ही पूछताछ के लिए साफिया की रिमांड लेगी।
-प्रह्लाद नारायण मीणा, एसएसपी