ऋषिनगरी के मंदिरों में गूंज रहे माता के जयकारे

ऋषिकेश(आरएनएस)। ऋषिनगरी के मंदिरों में माता के जयकारे गूंज रहे है। गुरुवार को श्री दुर्गा के तृतीय रूप श्रीचंद्रघंटा का पूजन किया गया। दिनभर माता के मंदिरों में पूजन-कीर्तन हुआ। नवरात्र पर शहर में रौनक बनी हुई है। इन दिनों बाजार में खरीदारी भी खूब हो रही है। नवरात्र पर मंदिर एवं घरों में तीसरे दिन माता चंद्रघंटा की पूजा की गई। ज्योतिष आचार्य कैलाश घिल्डियाल बताते है कि देवी दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। दुर्गा पूजा के तीसरे दिन आदि-शक्ति दुर्गा के तृतीय स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा होती है। देवी चन्द्रघण्टा भक्त को सभी प्रकार की बाधाओं एवं संकटों से उबारने वाली हैं। इस दिन का दुर्गा पूजा में विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन इन्हीं के विग्रह का पूजन किया जाता है। मां चंद्रघंटा की कृपा से अलौकिक एवं दिव्य सुगंधित वस्तुओं के दर्शन तथा अनुभव होते हैं, इस दिन साधक का मन मणिपूरज चक्र में प्रविष्ट होता है यह क्षण साधक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। आचार्य बताते है कि मा चन्द्रघंटा की कृपा से समस्त पाप और बाधाएं विनष्ट हो जाती हैं। देवी चंद्रघंटा की मुद्रा सदैव युद्ध के लिए अभिमुख रहने की होती हैं,इनका उपासक सिंह की तरह पराक्रमी और निर्भय हो जाता है। उधर, तीसरे दिन दूनमार्ग स्थित दुर्गा मंदिर में भजन-कीर्तन कर मा का गुणगान किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी शामिल हुये। चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है। शेरावाली सबका भला करें। देवी की स्तुति भी मंदिर में की गई। दूसरी और नवरात्र पर बाजार में चहलकदमी बढ़ गई है। सुबह-शाम के समय बाजार भीड़ से अट रहे है।