सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद में पढ़ा दिया पाठ
नई दिल्ली (आरएनएस)। अभिनेत्री और समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने संसद में अपने नाम के साथ पति अमिताभ बच्चन का नाम जोडऩे पर सोमवार को दोबारा आपत्ति जताई। हालांकि, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन जया नाराजगी जताती रहीं।
दरअसल, सोमवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सभापति धनखड़ ने कहा, ‘सप्लीमेंट्री नंबर 4, श्रीमति जया अमिताभ बच्चनज्’ इसके बाद जया बच्चन अपनी सीट से उठीं और उन्होंने सभापति से ही पूछा- सर आपको अमिताभ का मतलब पता है? इस पर सभापति धनखड़ ने कहा, माननीय सदस्यगण, जो नाम इलेक्शन सर्टिफिकेट में आता है और जो यहां जमा किया जाता है, उसके अंदर बदलाव की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया का लाभ मैंने खुद उठाया था 1989 में। वो बदलाव की प्रक्रिया हमने हर सदस्य को बताई है।
जया बच्चन ने कहा, नहीं सर, मुझे अपने नाम और अपने पति, दोनों पर बहुत गर्व है। मुझे अपने पति की उपलब्धियों पर भी काफी गर्व है। उनके नाम का मतलब है कि ऐसी आभा जो मिट नहीं सकती। मैं बहुत खुश हूं। इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने जया बच्चन को सीट पर बैठने को कहा। इस पर जया बच्चन ने कहा- चिंता मत कीजिए। यह ड्रामा नया शुरू हुआ है, जो पहले नहीं था।
इसके बाद सभापति ने कहा, माननीय सदस्य गण, एक बार मैं फ्रांस गया था। वहां एक होटल में मैनेजमेंट ने मुझे बताया गया कि हर ग्लोबल आइकन के फोटो वहां हैं। मैं सीढिय़ों से ऊपर गया और मैंने देखा कि अमिताभ बच्चन की तस्वीर भी वहां थी। यह 2004 की बात है। मैम, अमिताभ बच्चन पर पूरे देश को गर्व है। इसके बाद जया बच्चन फिर अपनी सीट से उठीं और मनोहर लाल खट्टर की ओर इशारा कर कहा, इनके नाम के आगे इनकी पत्नी का भी नाम लगा दीजिए। सर मैं इसके खिलाफ नहीं हूं, लेकिन यह गलत है। इसके बाद सभापति ने कहा, कई बार मैंने अपना परिचय डॉ. सुदेश पति के रूप में दिया है। …मैंने आपकी भावना का हमेशा आदर किया है। इस पर जया ने कहा, सॉरी सर, पता नहीं था।
इससे पहले शुक्रवार को जया बच्चन ने सदन में खुद को जया अमिताभ बच्चन कहा था। इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की प्रतिक्रिया सराहनीय रही और वह जोर से हंस पड़े। हालांकि, इससे भी पहले राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने जब अमिताभ बच्चन का नाम जोडक़र जया का नाम लिया तो अभिनेत्री ने नाराजगी जताई थी।