अल्मोड़ा। कोसी नदी पुनर्जनन अभियान की ई-वर्चुवल समिट का आयोजन जिला प्रशासन अल्मोड़ा ने किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुए इस वर्चुवल समिट में देश एवं विदेश के कई प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। इस वर्चुवल सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य जल प्रबंधन के लिए सही दिशा, ज्ञान एवं तकनीक के आदान-प्रदान के साथ ही प्राकृतिक हिमालय पर्यावरण का स्थायित्व सुनिश्चित किया जाना और जल संरक्षण एवं जल संवर्द्धन को बढ़ावा दिया जाना था। साथ ही कोसी पुनर्जनन अभियान ई-न्यूज लैटर का विमोचन किया गया। वर्चुवल समिट में मुख्य अतिथि के रूप में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने संदेश में कहा कि राज्य में जल उपलब्धता सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता रही है। कोसी नदी पुनर्जनन अभियान जल की वर्तमान एवं भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक सार्थक पहल है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न सहयोगी संस्थाओं एवं आम जनमानस से इस अभियान को आगे बढ़ाया है। अध्यक्षता करते हुए डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए सम्मेलन की पृष्ठभूमि एवं इसके उददेश्यों के बारे में बताया। उन्होंने सतत जल प्रबंधन एवं संरक्षण हेतु कोसी नदी पुनर्जनन अभियान के बारे में जानकारी दी।
वर्चुवल समिट में इन लोगों ने लिया भाग: वर्चुवल सम्मेलन में भारत में विभिन्न देशों के उच्चायुक्तों जिनमें इजरायल के उच्चायुक्त रान मलका, डेनमार्क के उच्चायुक्त फ्रैडी स्वान और हंगरी के उच्चायुक्त पीटर कोवेक ने अपने-अपने विचार इस दौरान व्यक्त करते हुए जल संरक्षण एवं नदी पुनर्जनन अभियान हेतु उनके देश की ओर से तकनीकी एवं अन्य सहयोग का आश्वासन दिया। इस मौके पर अपर सचिव केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय अशोक कुमार, जीबी पंत संस्थान के डा. आरएस रावल, एनआरडीएमएस के निदेशक प्रो. जेएस रावत, मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल, डीएफओ महातिम यादव, संयुक्त मजिस्ट्रेट अपूर्वा पाण्डे, एसडीएम गौरव पांडे, डीडीओ केके पंत, ग्रीन हिल्स संस्था की सचिव वसुधा पंत, आपदा प्रबंधन अधिकारी राकेश जोशी, जीआईएस एनालिस्ट नेहा रानी, शिवेंद्र प्रताप आदि ने भाग लिया।