नई दिल्ली (आरएनएस)। देश में एचएमपीवी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और अब तक देश में नौ बच्चों में इस वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। वहीं संक्रमण के मामले बढ़ते देख केंद्र सरकार भी अलर्ट मोड में है। केंद्र ने राज्यों को रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। देश में एचएमपीवी संक्रमण के मामले बढ़ने पर हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि राज्य के सभी सिविल सर्जन के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। अभी तक हरियाणा में एचएमपीवी संक्रमण का कोई मामला नहीं मिला है। हालांकि सरकार ने स्वास्थ्य विभाग से सतर्क रहने को कहा है।
कई राज्यों में सरकारों ने एचएमपीवी संक्रमण के खतरे को देखते हुए निगरानी बढ़ा दी है और भीड़भाड़ वाले इलाकों जैसे रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डों आदि पर लोगों की जांच की जा रही है। साथ ही अस्पतालों में खांसी-जुकाम के मरीजों पर विशेष ध्यान देने और उनकी स्क्रीनिंग के निर्देश दिए गए हैं। कुछ राज्यों में संक्रमित मरीजों को रखने के लिए आइसोलेशन वार्ड भी बनाए गए हैं।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस या एचएमपीवी संक्रमण, सांस से जुड़ा संक्रमण है, जिससे इंसानों की श्वसन प्रणाली में परेशानी होती है। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी नहीं होती, उनके लिए यह खतरनाक हो सकता है। खासकर बच्चे, बुजुर्ग और पहले से गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए यह संक्रमण खतरा है।
नौंवा केस बुधवार को मुंबई में मिला है। यहां 6 महीने की बच्ची एचएमपीवी वायरस से संक्रमित पाई गई है। बच्ची 1 जनवरी से बीमार चल रही थी। खांसी, सीने में जकड़न और ऑक्सीजन लेवल 84% तक गिरने की वजह से अस्पताल में भर्ती किया गया था। हालांकि, अब वह ठीक है। इलाज के बाद उसकी स्थिति कंट्रोल में है। अब तक महाराष्ट्र में एचएमपीवी के 3, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल और गुजरात में 1-1 केस मिला है।
केंद्र सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को पहले ही कह दिया है कि हमें समय-समय पर ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस वायरस से संबंधित अपडेट देते रहना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि भारत का निगरानी नेटवर्क सतर्क बना हुआ है। देश किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौती का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है।