अल्मोड़ा(आरएनएस)। भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण, देहरादून मंडल के तत्वावधान में रविवार को जागेश्वर स्थित पुरातात्विक संग्रहालय में अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस का आयोजन उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुआ। हर वर्ष 18 मई को विश्वभर में मनाया जाने वाला यह दिवस संग्रहालयों के महत्व और उनके संरक्षण के प्रति जनमानस को जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस वर्ष कार्यक्रम की थीम ‘द फ्यूचर ऑफ म्यूज़ियम्स इन रैपिडली चेंजिंग कम्युनिटीज’ रही। कार्यक्रम के तहत जागेश्वर संग्रहालय परिसर में स्थानीय ग्रामीणों, पत्रकारों और समीपवर्ती विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही। विद्यार्थियों ने मिट्टी कार्य प्रतियोगिता में भाग लिया और संग्रहालय में संरक्षित प्राचीन मूर्तियों की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर उत्तराखंड में स्थित प्राचीन स्मारकों और सांस्कृतिक धरोहरों के महत्व को रेखांकित किया गया। संग्रहालय प्रभारी डॉ कृष्ण बिहारी शर्मा ने अध्ययन भ्रमण पर आए विद्यार्थियों और स्थानीय नागरिकों को संग्रहालयों की भूमिका, धरोहर संरक्षण तथा इस वर्ष की थीम के सामाजिक महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने युवाओं को संग्रहालयों से जुड़ने और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में भागीदारी की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागी सभी छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण, देहरादून मंडल कार्यालय से पी. एस. राणा (सहायक पुरातत्वविद), गणेश सिंह (सर्वेक्षक), दीपराज लखेड़ा, नवीन थपलियाल, हरीश सिंह नेगी सहित अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति और सहभागिता रही।