पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आन्दोलन जनपद अल्मोड़ा की बैठक शिक्षक भवन लक्ष्मेश्वर मे की गयी। जिसमें विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने एक स्वर मे पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की एवं कहा कि हाल में केन्द्र सरकार द्वारा एक फरमान जारी किया है कि 50 साल की आयु के बाद कर्मचारियों को जनहित मे जबरन रिटायर्ड किया जा सकता है, के सन्दर्भ मे सरकार से पूछा की सांसद, विधायक ओर नेतागण जनहित मे अपनी पेंशन कब छोड़ेंगे। जो हर बार चुनाव जीतकर अलग-अलग पेंशन लेते हैं।जनहित की आड़ मे शिक्षक-कर्मचारियों को ही बलि का बकरा बनाया जा रहा है जबकि कोरोना काल मे शिक्षक-कर्मचारी ही पूरी जिम्मेदारी के साथ काम कर रहे हैं। पुरानी पेंशन समाप्त करते समय शिक्षक-कर्मचारियों से यही कहा गया था कि देशहित पहले या पेंशन तो कार्मिकों ने कहा था देशहित पहले लेकिन उस समय की कुर्बानी केवल कर्मचारियों को ही देनी पड़ी थी। नेता लोग अनेक पेंशन लेते है उम्र की सीमा नेताओं पर क्यों नहीं। एनपीएस का फायदा शेयर बाजार के मार्फत उन्ही पूजीपतियों तक पहुंचाया जा रहा है जनहित मे जिनके कर्ज माफ होते हैं ओर जो चुनावों मे फंडिंग कर सके।
बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी से प्राप्त आगे के कार्यक्रमों की घोषणा की गयी। 20 से 30 सितंबर को ब्लॉक कार्यकारिणियों की मदद से जिले में सभी ब्लॉक प्रमुखों, जिला पंचायत अध्यक्ष के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किये जायेंगे। 20 से 30 अक्टूबर को जिले में सभी विधायकों के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिये जायेंगे। 9 नवम्बर राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए जनपद के प्रसिद्ध मंदिरों मे पेंशन विहीनों द्वारा पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रार्थना की जायेगी। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष गणेश भण्डारी द्वारा की गयी। संचालन जिला मंत्री भूपाल चिलवाल ने किया। बैठक में धीरेंद्र पाठक, मनोज जोशी, सचिन टम्टा, किशोर जोशी, पुश्कर भैसोड़ा, कुलदीप जोशी, मीनाक्षी जोशी, दिगम्बर फुलोरिया, जगदीश भण्डारी, दीपक तिवारी, डी.के. जोशी, नितेश काण्डपाल, राजू माहरा आदि उपस्थित रहे।