देहरादून(आरएनएस)। उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन ने पुरानी एसीपी समेत अन्य मांगों के निस्तारण को दबाव तेज कर दिया है। मांगों का निस्तारण न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। संगठन को चार सितंबर को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने वार्ता को बुलाया है। संगठन के संरक्षक पंचम सिंह बिष्ट ने बताया कि कर्मचारी शिक्षकों की लंबित 35 सूत्रीय मांगों के निस्तारण को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। इसके बाद भी मांगों का निस्तारण नहीं हो पाया है। इसे लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है। अधिकतर मांगों का निस्तारण शासन स्तर पर लंबित है। इन सभी का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाना है। इन मांगों के निस्तारण को मुख्य सचिव की ओर से आश्वासन दिया गया था कि विधानसभा सत्र के बाद सचिवालय में एक विस्तृत बैठक होगी। इसमें वित्त, कार्मिक, न्याय समेत सभी सम्बन्धित विभागों के अफसर मौजूद रहेंगे।
महामंत्री अशोक राज उनियाल ने कहा कि चार सितंबर को सचिवालय में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक होने जा रही है। बैठक में मजबूती के साथ कर्मचारियों का पक्ष रखा जाएगा। कर्मचारियों की सबसे अहम मांग पुरानी एसीपी का लाभ सुनिश्चित कराया जाएगा। 10, 16 और 20 वर्ष पर एसीपी का लाभ दिया जाए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 4200 ग्रेड वेतनमान का लाभ दिया जाए। इसके साथ ही गोल्डन कार्ड में आ रही परेशानियों को दूर किया जाए। केंद्र के समान हाउस रेंट का लाभ देने का आदेश किया जाए। कार्मिकों को जनपद, मंडल स्तर पर स्थानांतरण की छूट दी जाए। राजकीय वाहन चालकों को 4800 ग्रेड वेतन देने के फैसले में देरी न की जाए। राजकीय शिक्षकों को प्रवक्ता के पद पर राजपत्रित घोषित किया जाए। मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यों का आमंत्रण किए जाने का भी आदेश जारी किया जाए। मांगों का जल्द निस्तारण न होने पर आंदोलन तय है।