अल्मोड़ा। लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में नौकरी जाने के बाद गांव लौटे युवक ने पत्नी से विवाद के बाद आत्मघाती कदम उठा लिया। उसने अपने तीन बच्चों को जहर देने के बाद खुद भी जहर गटक लिया। गंभीर अवस्था में बच्चों संग युवक को हल्द्वानी में भर्ती कराया गया है। यहां पर उसका इलाज चल रहा है। स्याल्दे ब्लाक के सराईखेत के बजवाड़ निवासी महिपाल(40) पुत्र भवान सिंह कोरोना संक्रमण के बाद लगाए गए लॉकडाउन के बाद अपने तीन बच्चों संग गांव आ गया। इसके बाद वह यहां पर काम करने लगा। पड़ोसियों ने बताया कि गुरुवार रात करीब 1 बजे उसने अपने बेटे हंसपाल (13), यशपाल (12), आठ साल की बेटी हिमांशी को जहर दे दिया। गोशाला में बंधे दो मवेशियों को भी जहर दे दिया। रात में महिपाल के चिल्लाने की आवाज पर उसकी भाभी उसे देखने पहुंची। वह बेहोशी हालत में पड़ा हुआ था। बच्चों की तबीयत भी बेहद खराब हो गई। इसके बांद गांव के लोग तीन बच्चों और महिपाल को देवायल अस्पताल में लाये। यहां से गंभीर अवस्था में उनको रामनगर ले जाया गया। इसके बाद हल्द्वानी रेफर किया गया। घायल यशपाल ने बेहोशी की हालत में बताया कि उसके पिता ने उनको एक गोली खिलाई। इसके बाद उसे कुछ याद नहीं है। फिलहाल सभी का हल्द्वानी में इलाज चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि लॉकडाउन के बाद महिपाल दिल्ली में नौकरी से हटाए जाने के बाद गांव आ गया। उसकी पत्नी भी गांव आई। एक माह पहले पत्नी उसे छोड़ दिल्ली वापस चली गई। इस बीच पत्नी और उसमें विवाद चल रहा था। गुरुवार को पति-पत्नी में फोन पर विवाद हुआ।