पिथौरागढ़(आरएनएस)। झूलाघाट क्षेत्र के ग्रामीणों को परिवार रजिस्टर की नकल ऑनलाइन नहीं मिल रही है। 2022 के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में हस्तलिखित परिवार रजिस्टरों को प्रशासन की ओर से अमान्य करार दिया गया है। स्थानीय लोगों ने ऑफलाइन रजिस्टर को आधार मानकर वर्तमान में प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की है। झूलाघाट नेपाल सीमा से लगे मजिरकांडा क्षेत्र के लोगों को परिवार रजिस्टर की नकल ऑनलाइन नहीं मिल रही है। कई वर्षों से निवास कर रहे लोगों को पहले ऑफलाइन परिवार रजिस्टर के आधार पर प्रमाण पत्र दिए जा रहे थे। वर्तमान में आवेदन किए गए प्रमाण पत्रों को ऑनलाइन परिवार रजिस्टर की नकल नहीं है आख्या लगाकर तहसील स्तर से निरस्त कर दिया जा रहा है। इससे स्थानीय लोगों के प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं। महाकाली की आवाज जनसंगठन के संयोजक शंकर खडायत ने इसके संबध में डीएम को पत्र दिया है। कहा कि कुछ परिवारों की जांच प्रकिया चल रही है। जब तक परिवार रजिस्टर ऑनलाइन नहीं हो जाता है तब तक ऑफलाइन परिवार रजिस्टर को आधार मानकर प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की है।