देहरादून(आरएनएस)। नशा मुक्ति के अभियान को जनांदोलन बनाना होगा। खासकर युवाओं को इसमें आगे आना होगा। क्योंकि कोई भी आंदोलन युवाओं के बिना अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकता है। ये बात मैती आंदोलन के जनक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने शुक्रवार को सीआईएमएस कुआंवाला में तंबाकू के खिलाफ आयोजित जागरुकता कार्यशाला में कही।कार्यक्रम का आयोजन जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ स्वास्थ्य विभाग और मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्टाचार निवारक समिति की ओर से किया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत में संस्थान के छात्र छात्राओं ने तंबाकू निषेध पर केंद्रित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नुक्कड़ दल ने तंबाकू मुक्त अभियान पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।तंबाकू मुक्त समाज और जीवन विषय पर विभिन्न छात्र छात्राओं ने पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रस्तुतिकरण देने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया गया। इसके बाद साइकोलॉजिस्ट डा. अनुराधा ने युवाओं को तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया। करने के लिए प्रस्तुतिकरण दिया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय जैन ने कहा कि युवाओं को तंबाकू से दूर रखना होगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एक्टिव स्मोकर से ज्यादा पैसिव स्मोकिंग को कम करने पर काम करना होगा। संस्थान के अध्यक्ष एडवोकेट ललित जोशी ने कहा कि वे सालो से नशा मुक्ति के खिलाफ युवाओं के बीच अभियान चला रहे हैं। कहा कि शिक्षा और सामाजिक बदलाव से ही हम युवाओं को नशे से दूर रख सकते हैं। उन्होंने नशे को समाज व देश का सबसे बड़ा दुश्मन बताया।
इस दौरान पूर्व शिक्षा निदेशक पुष्पा मानस, आईआईपी के निदेशक डॉ हरेंद्र बिष्ट, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ निधि रावत, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ प्रदीप रावत, जिला सलाहकार एनटीसीपी अर्चना उनियाल सहित कई लोग मौजूद रहे।