रुड़की(आरएनएस)। दशहरे के मौके पर इलाके के विभिन्न गांवों में सप्ताह भर तक मेले का आयोजन किया जाएगा। शनिवार को नारसन कलां में मेले का आयोजन किया। इस दौरान मेला स्थल के समीप जाहरवीर गोगा जी म्हाड़ी पर लोगों ने प्रसाद चढ़ाकर अपनी और गांव की खुशहाली की प्रार्थना की। मेले में भारी संख्या में लोग उमड़े। मेले का लोगों ने खूब आनंद लिया। खाने-पीने का लुत्फ लेने के अलावा लोगों ने आवश्यक सामान की खरीदारी की। बच्चों ने मनपसंद खिलौने खरीदे। इस मौके पर दंगल का आयोजन भी किया गया। जिसमें दूरदराज से आए पहलवानों ने अपने जौहर का प्रदर्शन किया। दंगल देखने के लिए आसपास के कई गांव से भी काफी संख्या में दर्शक पहुंचे। इसके अलावा 13 अक्टूबर को खेड़ा जट में मेले का आयोजन होगा। 15 अक्टूबर से मोहम्मदपुर जट पावर हाउस स्थित प्राचीन मां शाकुंभरी देवी के मंदिर स्थल के पास चार दिवसीय बड़े मेले का आयोजन होगा। जिसमें 17 व 18 अक्टूबर को बड़े दंगल का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीण पवन सिंह, धीर सिंह ने बताया कि मेले के अवसर पर दंगल की परंपरा काफी लंबे समय से चली आ रही है। दंगल में बच्चे और बड़े पहलवान लोगों का आकर्षण रहते हैं। पहलवानों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है। नारसन में मेला स्थल के समीप जाहरवीर गोगाजी म्हाड़ी पर ग्रामीण प्रसाद चढ़ाकर अपनी व गांव की खुशहाली की प्रार्थना करते हैं। गांव से बाहर नौकरी पर गए लोग भी दशहरे की छुट्टी पर अपने गांव आते हैं। और मेले का आनंद उठाते हैं। बालक अर्व चौधरी, शिवांश, चिराग, मोन्दू आदि ने बताया कि साल भर में लगने वाले दशहरे मेले का उन्हें बेसब्री से इंतजार रहता है। मेले में सबसे खास मिठाई जलेबी और इमरती रहती है। मेले में काफी संख्या में इन मिठाई की दुकान लगती है। हर घर मिठाई पहुंचती है।